अपडेटेड 26 July 2024 at 15:00 IST
Rajasthan BJP New President: RSS से जुड़ाव, OBC की छाप, कौन हैं मदन राठौर? जो बने BJP प्रदेश अध्यक्ष
Rajasthan News: मदन राठौर 1980 के दशक के मध्य में बीजेपी में शामिल होकर मुख्यधारा की राजनीति में आने से पहले पाली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक थे।
- भारत
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Madan Rathore: भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा सांसद मदन राठौर को राजस्थान इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है। वो सीपी जोशी की जगह लेंगे, जिन्होंने दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद इस्तीफा देने की पेशकश की थी। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान में पार्टी के उम्मीदों से विपरीत प्रदर्शन के बाद इस्तीफा दिया था। क्योंकि 2014 और 2019 के मुकाबले प्रदर्शन काफी खराब था। नतीजन राजस्थान में कांग्रेस और INDI गठबंधन ने 11 सीटें जीती थीं। फिलहाल बीजेपी की राज्य इकाई में फेरबदल से पार्टी कैडर में नई ऊर्जा आने के साथ आंतरिक संघर्ष और खराब संगठन के मुद्दों को हल करने की उम्मीद है।
गुरुवार देर रात नई दिल्ली में की गई घोषणा में बीजेपी ने संगठनात्मक तौर पर बड़ा प्रदर्शन किया था। एक तरह बीजेपी ने सीपी जोशी की जगह राज्यसभा सदस्य मदन राठौर को पार्टी की राजस्थान इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। दूसरी ओर राष्ट्रीय महासचिव राधामोहन दास अग्रवाल को राजस्थान का पार्टी प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव विजया राहटकर को राज्य इकाई का सह-प्रभारी नियुक्त किया।
RSS से जुड़े हैं मदन राठौर
मदन राठौर तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दो कार्यकालों 2002-2008 और 2013-2018 के दौरान विधायक रह चुके हैं। 1980 के दशक के मध्य में बीजेपी में शामिल होकर मुख्यधारा की राजनीति में आने से पहले राठौर पाली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक थे। जयपुर में पार्टी की राज्य इकाई में शामिल होने से पहले राठौर बीजेपी की पाली जिला इकाई में जिला अध्यक्ष समेत कई पदों पर रहे। उन्होंने पाली जिले के सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार जीत हासिल की और दोनों बार कांग्रेस नेता बीना काक को हराया। वे 2014 से 2018 के बीच राज्य विधानसभा में बीजेपी के उप मुख्य सचेतक भी रहे।
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राठौड़ ऐसे नेता माने जाते हैं, जिनमें संगठन को एकजुट करने की काबिलियत है। ऐसे में बीजेपी को यही उम्मीद रहेगी कि वो पार्टी के सभी अलग-अलग गुटों को साथ लेकर चल सकते हैं। राठौर लोकसभा चुनाव के दौरान बाड़मेर सीट पर सक्रिय थे और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों की व्यवस्था की थी।
बीजेपी ने ओबीसी के लिए दिया सकारात्मक संदेश
5 सीटों पर राज्य विधानसभा उपचुनाव से पहले जातिगत समीकरणों को संतुलित करने की बीजेपी की कोशिश के बीच राठौर को शीर्ष पद पर मनोनीत किया गया है। मार्च 2023 में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त सीपी जोशी और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा दोनों ही ब्राह्मण हैं, जबकि पार्टी को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को खुश करने के लिए हिंदू समुदाय की अन्य जातियों से एक चेहरे की जरूरत थी। पाली जिले के मूल निवासी राठौर ओबीसी घांची समुदाय से आते हैं।
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इसको भी समझना होगा कि ओबीसी ने विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों में कई सीटों पर बीजेपी को वोट नहीं दिया था। ओबीसी भी सरकारी नौकरियों और शिक्षा में अपने आरक्षण को 21 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं, जबकि राज्य में उनकी आबादी 50 फीसदी से अधिक है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने वादा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में वापस आती है तो वे जाति जनगणना कराएंगे। फिलहाल बीजेपी ने राठौर की नियुक्ति के साथ ओबीसी को एक सकारात्मक संदेश दिया है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 26 July 2024 at 15:00 IST