अपडेटेड 9 November 2024 at 19:45 IST

राहुल गांधी का PM Modi को चैलेंज, कहा-इसी संसद में जातिगत जनगणना पास कर 50% आरक्षण की दीवार तोड़ेंगे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने X पोस्ट में चुनौती देते हुए लिखा-हम इसी संसद में जातिगत जनगणना को पास करके दिखाएंगे और आरक्षण पर से 50% की दीवार को तोड़ देंगे

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Rahul Gandhi on Caste Census
राहुल गांधी का PM मोदी को चैलेंज | Image: ANI

Rahul Gandhi on Caste Census: तेलंगाना की कांग्रेस सरकार का व्यापक सामाजिक-आर्थिक, रोजगार, राजनीतिक और जाति सर्वेक्षण बुधवार से शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के दौरान जाति आधारित सर्वेक्षण कराने का वादा किया था। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने प्रधानमंभी नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए चैलेंज दिया है कि हम आरक्षण में 50% की दीवार को तोड़ देंगे।

तेलंगाना में जाति सर्वेक्षण के दूसरे चरण में आज से परिवार सर्वेक्षण शुरू हुआ है। पहले चरण में 6 से 8 नवंबर तक प्रत्येक ब्लॉक में मकानों की सूची तैयार की जानी थी। राज्य के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने सर्वेक्षण को उत्पीड़न का शिकार हुए वर्गों के लिए सामाजिक न्याय और अवसरों की समानता प्राप्त करने के लिए एक यज्ञ करार दिया। राहुल गांधी ने X पर पोस्ट कर आरोप लगाया कि बीजेपी देश में एक व्यापक जाति जनगणना नहीं करवाना चाहती।

'आरक्षण पर से 50% की दीवार तोड़ देंगे'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने X पोस्ट में खुली चुनौती देते हुए लिखा- 'मोदी जी, आज से तेलंगाना में जातिगत गिनती शुरू हो गई है। इससे मिलने वाले डेटा का इस्तेमाल हम प्रदेश के हर वर्ग के विकास के लिए नीतियां बनाने में करेंगे। जल्द ही यह महाराष्ट्र में भी होगा। सबको पता है कि बीजेपी देश में एक व्यापक जाति जनगणना नहीं करवाना चाहती है। मैं मोदी जी से साफ कहना चाहता हूं- आप देश भर में जातिगत जनगणना को रोक नहीं सकते हैं। हम इसी संसद में जातिगत जनगणना को पास करके दिखाएंगे और आरक्षण पर से 50% की दीवार को तोड़ देंगे।'

'क्या है जाति सर्वेक्षण का उद्देश्य?'

तेलंगाना उप मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने बताया कि राज्य भर में 94,750 गणनाकार और 9,478 पर्यवेक्षकों का चयन किया गया है। प्रत्येक गणनाकार 150 घरों में जा कर सर्वेक्षण करेंगे। उन्होंने बताया कि गणनाकर्ताओं और पर्यवेक्षकों दोनों को प्रशिक्षण दिया गया है। इस जाति सर्वेक्षण का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिति को समझना है तथा यह भी जानने की कोशिश की जाएगी की कि क्या उन्हें संसाधन, अवसर और अन्य चीजें समान रूप से मिल पा रही हैं या नहीं। एक बार जब पूरा सर्वेक्षण हो जाएगा, तो हम यह समझ पाएंगे कि राज्य की संपत्ति, राज्य की शक्ति और अन्य राजस्व लोगों को समान रूप से उपलब्ध हैं या नहीं।

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जाति सर्वेक्षण में क्या सवाल हो रहे हैं?

तेलंगाना में हो रहे जाति सर्वेक्षण में 56 मुख्य प्रश्नों और 19 अनुपूरक प्रश्नों के माध्यम से परिवारों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। सर्वेक्षण में घर के सदस्यों का धर्म, जाति, वैवाहिक स्थिति, शैक्षिक योग्यता, कार्य, वार्षिक आय आदि से संबंधित सवाल किए जाएंगे। जाति सर्वेक्षण में परिवारों से यह भी सवाल किया जाएगा की कि क्या परिवार के सदस्य स्थानीय मंदिरों/मस्जिदों/चर्चों/अन्य पूजा स्थलों में बिना किसी भेदभाव और धमकी के स्वतंत्रतापूर्वक जा सकते हैं?

तेलंगाना उप मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने यह आश्वासन दिया कि सर्वेक्षण से मिलने वाले आंकड़ों को गोपनीय रखा जाएगा। नागरिकों को सूचना साझा करने में किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए। जब पूरा सर्वेक्षण पूरा हो जाएगा तब हम यह घोषणा करेंगे कि समाज की, सभी समुदायों की और समाज के सभी लोगों की वर्तमान स्थिति क्या है। 

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 9 November 2024 at 19:38 IST