अपडेटेड 6 May 2024 at 20:31 IST
'मुझे शराब पीने को कहा, वो दरवाजा खटखटाते, राम ध्वज लगाने...', राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के उड़ाए होश
राधिका खेड़ा ने कहा कि अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के बाद जब उन्होंने अपने घर के बाहर श्री राम का ध्वज लगाया तो आग लग गई।
- भारत
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Radhika Khera Statement : लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस नेताओं द्वारा कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला अभी भी जारी है, लेकिन कांग्रेस की प्रवक्ता रहीं राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा देने के साथ साथ पार्टी के कुछ पदाधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद एक तरफ राधिका खेड़ा अब कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी विचारधारा को सबके सामने उजागर कर रही है, यहां तक अब उन्होंने यह भी कहा है कि कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता सुशील आनंद ये कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं कि पार्टी पूरे मामले की जांच कर रही है।
लेकिन अब मामला काफी आगे बढ़ चुका है और राधिका खेड़ा खुलकर मीडिया के सामने अपनी बात रख रही है, कई सारे खुलासे करने के बाद अब उन्होंने यह कहा है कि अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के बाद जब उन्होंने अपने घर के बाहर श्री राम का ध्वज लगाया तो आग लग गई और उसी समय से जिस पार्टी में वह काम करती थी यानी कांग्रेस उनसे नफरत करने लगी।
राम लल्ला के दर्शन के बाद बढ़ी नफरत
राधिका ने कहा- 'मैं हमेशा से सुनती आ रही थी कि कांग्रेस पार्टी राम विरोध हैं, हिंदू विरोधी है, सनातन विरोधी है। लगातार मैं 22 साल पार्टी में रही, इतने साल पार्टी में रहने के बाद भी मैं यह नहीं समझ पा रही थी कि पार्टी धर्म विरोधी है क्योंकि पार्टी की हर सभी की शुरुआत रघुपति राघव राजा राम गाने से होती थी। यह मुझे तब पता चला जब मैं राम लल्ला के दर्शन करके आई।'
श्री राम का ध्वज लगाने पर लगी आग
राधिका खेड़ा ने कहा कि, मैं राम जी के दर्शन करके आना चाहती थी, राम लल्ला के दर्शन करके जब मैं वापस आई तो मैं राममय हो चुकी थी, मैंने अपने घर आने के बाद जय श्री राम का ध्वज लगाया, तभी से आग लग गई और मुझे लगातार डांट सुननी पड़ी।
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क्या था मामला ?
राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया कि जब राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ आये थे, तब पार्टी के मीडिया अध्यक्ष ने उन्हें शराब की पेशकेश की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के 5 से 6 नेता नशे की हालत में उनका दरवाजा खटखटाते थे। उन्होंने कहा कि, ‘मैंने सचिन पायलट और जयराम रमेश को इस बारे बताया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में मुझे बताया गया कि मैं पार्टी की हिंदू विरोधी विचारधारा का समर्थन नहीं करती हूं, इसलिए उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
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Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 6 May 2024 at 20:31 IST