अपडेटेड 24 February 2024 at 22:27 IST
BJP नेता वीरेंद्र सचदेवा का विपक्ष पर हमला, कांग्रेस-आप गठजोड़ को बताया भ्रष्टाचारियों का गठबंधन
BJP ने कांग्रेस-आप गठजोड़ की आलोचना करते हुए शनिवार को इसे भ्रष्टाचारियों का गठबंधन करार दिया।
- भारत
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Politics News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस-आप गठजोड़ की आलोचना करते हुए शनिवार को इसे भ्रष्टाचारियों का गठबंधन करार दिया और कहा कि यह (गठजोड़) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का किसी भी तरह से मुकाबला नहीं कर पाएगा।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन राज्यों में यह गठजोड़ किया गया है - चाहे वह गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़, गोवा या दिल्ली हो - भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनावों में 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे।
लेखी ने अतीत में कांग्रेस के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के कई आरोपों का हवाला देते हुए कहा, यह "भ्रष्ट" गठबंधन उन लोगों के खिलाफ सफल नहीं होगा, जो जनता की सेवा करने के लिए जाने जाते हैं।
सचदेवा ने कहा कि यह कदम दर्शाता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दिल्लीवासियों के साथ जुड़ाव खत्म हो गया है। लेखी ने कहा कि केजरीवाल न केवल 2004-14 के दौरान केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के अधिकांश मंत्रियों पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते थे, बल्कि उन्होंने दिवंगत राजीव गांधी से ‘भारत रत्न’ सम्मान वापस लेने की भी मांग की थी।
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उन्होंने कहा कि जिन दो पार्टियों में अपने पैरों पर खड़े होने की ताकत नहीं है, उन्होंने एक-दूसरे का समर्थन करने का फैसला किया है, लेकिन यह कारगर नहीं होगा। लेखी ने संवाददाता सम्मेलन में, संदेशखालि घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस शाहजहां शेख के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित महिलाओं को परेशान कर रही है।
उन्होंने कहा कि शेख पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्यों का एक गिरोह चलाने का आरोप है, जिन्होंने जमीन हड़प ली और महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया।
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कांग्रेस-आप गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए, सचदेवा ने कहा कि भाजपा दिल्ली में लोकसभा की सभी सभी सात सीट फिर से जीतेगी। उन्होंने कहा कि अच्छा है कि दोनों दलों (कांग्रेस-आप) ने हाथ मिला लिया है क्योंकि वे अब अपने आसन्न हार के लिए मतों के विभाजन का बहाना नहीं बना सकेंगे।
उन्होंने दावा किया कि आप ने गठजोड़ की आड़ में अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कांग्रेस के सामने घुटने टेक दिए हैं, जिसका दिल्ली विधानसभा में एक भी सदस्य नहीं है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में अपा के 62 सदस्य हैं। लेखी ने कहा कि केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय के समन को टाल रहे हैं ताकि वह कथित आबकारी घोटाला मामले में अपनी संभावित गिरफ्तारी से पहले गठबंधन कर सकें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक बार अपने बच्चों के नाम पर कसम खाई थी कि वह कभी भी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। लेखी ने यह भी दावा किया कि यह कांग्रेस ही थी जिसने शुरू में संप्रग सरकार के खिलाफ भाजपा के भ्रष्टाचार रोधी अभियान को नुकसान पहुंचाने के लिए आप को आगे बढ़ाया था।
इससे पहले एक बयान में सचदेवा ने कहा, ‘‘केजरीवाल का कांग्रेस के साथ गठबंधन दर्शाता है कि उनका दिल्लीवासियों से जुड़ाव खत्म हो गया है। आप जानती है कि दिल्ली की ग्रामीण आबादी, व्यापारी और दलित उसके साथ नहीं हैं।" उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के साथ गठजोड़ करने का फैसला कर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रदर्शित किया है कि उन्होंने लगभग आधी दिल्ली का विश्वास खो दिया है।"
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली के लोग आप और कांग्रेस को चुनावी गठजोड़ करते देख 'स्तब्ध' हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन के बावजूद, भाजपा दिल्ली में लोकसभा की सभी सात सीट जीतेगी। सचदेवा ने कहा, ‘‘इस गठजोड़ के बावजूद, समाज के सभी वर्गों के समर्थन से भाजपा दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट भारी अंतर से जीतेगी।’’
आप और कांग्रेस ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, गुजरात, गोवा और हरियाणा के लिए अपने सीट-बंटवारा समझौता की घोषणा करते हुए कहा कि आप दिल्ली में चार लोकसभा सीट पर और कांग्रेस तीन पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने राष्ट्रीय राजधानी में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि आप नयी दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ेगी, जबकि उनकी पार्टी चांदनी चौक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पश्चिम दिल्ली से चुनाव लड़ेगी।
आप और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारा होने पर सचदेवा ने आरोप लगाया कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली की सीट कांग्रेस को देकर आप नेतृत्व ने इसकी पुष्टि कर दी है कि उसका ग्रामीण आबादी और दलित मतदाताओं से जुड़ाव खत्म हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया, "उत्तर-पश्चिमी दिल्ली अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी के साथ-साथ अनुसूचित जाति के मतदाता भी हैं। उस सीट को छोड़कर आप ने साबित कर दिया है कि उसका अब ग्रामीण और दलित आबादी से कोई जुड़ाव नहीं रह गया है।"
इस बीच, उत्तर-पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने आप और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी सीट बंटवारे के फॉर्मूले से निराश है। उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल ने कांग्रेस पर बार-बार हमला किया और उसे दिल्ली में सत्ता से बाहर कर दिया, लेकिन अब वे गठबंधन कर रहे हैं। यह गठबंधन दोनों पार्टियों की निराशा को भी दर्शाता है। दोनों दलों ने अपने-अपने फायदे के लिए गठबंधन किया है।’’
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 24 February 2024 at 22:27 IST