अपडेटेड July 28th 2024, 17:07 IST
BJP CM Meeting: कई राज्यों में बड़े चुनावी नुकसान के बाद बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक अहम बैठक हुई। दिल्ली में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की जमावड़ा लगा और पार्टी मुख्यालय में बुलाई गई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं मौजूद थे। बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। तकरीबन डेढ़ दिन की बैठक के आखिरी वक्त में प्रधानमंत्री मोदी ने स्थितियों को समझने की कोशिश की तो उन्होंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सामने नया टास्क भी रख दिया।
लोकसभा चुनाव के बाद ये बीजेपी के मुख्यमंत्रियों की पहली और प्रमुख पदाधिकारियों की ये सबसे बड़ी बैठक थी। पार्टी ने इसे 'मुख्यमंत्री परिषद' नाम दिया और इस मीटिंग का उद्देश्य राज्यों में प्रमुख योजनाओं की समीक्षा करना, शासन के सर्वोत्तम तौर-तरीकों और केंद्र सरकार की कल्याणकारी पहल को लागू करना था।
बैठक में राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन कुमार यादव, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साईं, अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू और ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी समेत अन्य लोग मौजूद थे। इसके अलावा महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, नागालैंड के डिप्टी सीएम वाई पैटन, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा और राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी भी शामिल हुईं।
सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में हुई बैठक में राज्य सरकारों की योजनाओं पर चर्चा हुई। राज्यों ने योजनाओं, उनके क्रियान्वयन और समीक्षा की योजनाओं पर प्रेजेंटेशन दिए, जिन पर भी चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान पीएम मोदी ने लोगों की सेवा और राज्यों को सर्वांगीण विकास की ओर कैसे ले जाया जाए, इसे लेकर मुख्यमंत्रियों को मंत्र दिया। सूत्र बताते हैं कि पीएम मोदी ने अपनी टिप्पणी में बीजेपी शासित राज्यों में जारी कल्याणकारी योजनाओं की कवरेज सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इसे सुशासन के उदाहरण के तौर पर देखा जाना चाहिए। बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर भी चर्चा हुई। डेढ़ दिन की बैठक के समापन पर बीजेपी के नेता विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि ये बैठक आम बात है। 2024-25 की पहली बैठक खत्म हुई। सरकार की योजनाओं पर चर्चा हुई।
पब्लिश्ड July 28th 2024, 17:07 IST