अपडेटेड 30 July 2024 at 15:24 IST
Akhilesh Yadav Vs Anurag Thakur: लोकसभा में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और बीजेपी के सांसद अनुराग ठाकुर के बीच जबरदस्त बहस देखने को मिली है। यहां अग्निवीर के मुद्दे पर बहस शुरू हुई थी और उसके बाद दोनों में जबरदस्त वार-पलटवार होने लगा। अखिलेश यादव ने अपनी सैनिक स्कूल से पढ़ाई का हवाला भी दिया था तो अनुराग ठाकुर ने भी उन्हें बताया कि वो सेना में कैप्टन के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।
संसद में बजट पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अग्निवीर योजना का विरोध किया और कहा कि इसे कोई युवा स्वीकार नहीं कर सकता है। जब पहली बार ये स्कीम आई तो बड़ेट-बड़े उद्योगपतियों से ट्वीट कराए गए कि हम नौकरी दे देंगे। अभी सरकार खुद स्वीकार करती है कि ये स्कीम ठीक नहीं है। इसीलिए वो अपने सरकारों से कह रहे हैं कि जो अग्निवीर लौटकर आएंगे उन्हें नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण दीजिए। इसी बीच जब अनुराग ठाकुर अपनी चेयर पर बैठकर अखिलेश यादव को टोकने लगे तो सपा प्रमुख खुद बैठ गए और बोले आप स्वीकार कर लीजिए कि अग्निवीर योजना सही है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं सदन में खड़े होकर कहता हूं कि मैं उस राज्य से आता हूं, जिसने पहला पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा दिए। करगिल युद्ध में सबसे ज्यादा शहीद होने वाले जवान हिमाचल प्रदेश से थे। 4 परमवीर चक्र विजेता हुए, जिसमें से 2 कैप्टन विक्रम बत्रा और सूबेदार संजय कुमार हिमाचल प्रदेश से थे। अनुराग बोले कि मैं कहता हूं कि जो लंबे समय से आम थी, वन रैंक-वन पेंशन, वो नरेंद्र मोदी सरकार ने पूरी की। अखिलेश यादव जी सुन लें, अग्निवीर में 100 फीसदी रोजगार की गारंटी है और रहेगी।
इतना कहकर अनुराग ठाकुर बैठ गए और फिर अखिलेश यादव ने बोलना शुरू किया। अखिलेश ने कहा कि ये जो आप रहे हैं, तो आपको क्यों जरूरत पड़ रही है राज्य में अग्निवीरों को कोटा देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां तक परमवीर चक्र का प्रश्न है तो मैं खुद मिलिट्री स्कूल से पढ़ा हूं और आप परमवीर चक्र की बात कर रहे हो। हम भी तमाम नाम गिना सकते हैं कि कितने परमवीर चक्र उत्तर प्रदेश से हैं।
अनुराग ठाकुर ने फिर अखिलेश यादव की बात को काटते हुए कहा कि ये तो सिर्फ सैनिक स्कूल के हैं, लेकिन मैं टेरिटोरियल आर्मी में आर्मी के 124वीं रेजिमेंट में कैप्टन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं। बीजेपी सांसद ने कहा कि अखिलेश जी सिर्फ ज्ञान मत बांटिए। राहुल गांधी के साथ बैठकर अफवाहें फैलाने और झूठ बोलने की आपको आदत पड़ गई है।
वैसे तो लोकसभा स्पीकर की कुर्सी पर बैठीं संध्या राय ने दोनों नेताओं को बार-बार चुप कराने की कोशिश की। हालांकि आखिर में उन्होंने अनुराग ठाकुर की बात पूरी होते ही इस बहस को यहीं खत्म करा दिया और अखिलेश यादव को फिर से बजट पर बोलने की इजाजत दी।
पब्लिश्ड 30 July 2024 at 15:24 IST