अपडेटेड 22 June 2024 at 11:05 IST
UP: ओपी राजभर का एक्शन, SBSP की प्रदेश से ब्लॉक स्तर की कार्यकारिणी भंग, चुनाव में नहीं खुला था खाता
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर चुनावों में हार के बाद एक्शन में आए हैं। उन्होंने पार्टी की कार्यकारिणी को भंग कर दिया है।
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Om Prakash Rajbhar: 2024 के लोकसभा चुनाव में हार इस बात की गवाही देती है कि 'पीला गमछा' वाले ओमप्रकाश राजभर का जनाधार खिसक चुका है। उत्तर प्रदेश में राजभर की पार्टी सुभासपा का खाता तक नहीं खुल पाया था। ये खिसकता जनाधार ही है कि घोसी जैसी सीट पर ओम प्रकाश राजभर अपने बेटे अरविंद राजभर को जीत नहीं दिला पाए थे। इस चुनावी हार के बाद ओपी राजभर ने ओमप्रकाश राजभर संगठन के ऑपरेशन में लग गए हैं और पहला बड़ा कदम उठा लिया है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने पार्टी को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। राजभर ने उत्तर प्रदेश की सभी प्रदेश, मंडल, जिला, विधानसभा और ब्लॉक स्तरीय कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। बताया जाता है कि ओपी राजभर अब नई ऊर्जा के साथ नए संगठन का गठन करेंगे। 2027 विधानसभा के लिए नए स्तर से नया संगठन खड़ा किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में बुरी तरह फेल रही राजभर की पार्टी
ओमप्रकाश राजभर और जाति विशेष के दम पर खड़ी उनकी पार्टी सुभासपा लोकसभा चुनाव में बुरी तरह फेल रही है। ओपी राजभर ने 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा। एनडीए में सीट बंटवारे के तहत राजभर को घोसी लोकसभा सीट मिली थी, जहां से उनके बेटे अरविंद राजभर उम्मीदवार थे। इस एकमात्र सीट पर अरविंद राजभर की 162943 वोटों से हार हुई।
राजभर की जाति की राजनीति नहीं चली
ओपी राजभर जाति विशेष की राजनीति करने वाले नेताओं में गिने जाते हैं। अगर उनके हिसाब से सिर्फ घोसी लोकसभा क्षेत्र में राजभर वोटबैंक को समझा जाए तो यहां इनकी आबादी लगभग 2 लाख है। घोसी में सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति के मतदाता हैं, जिनकी संख्या तकरीबन 5 लाख बताई जाती है। उसके अलावा साढ़े 3 लाख मुस्लिम, ढाई लाख यादव, दो लाख से ज्यादा चौहान बताए जाते हैं। राज्य स्तर पर देखें तो आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में राजभर समाज की कुल आबादी लगभग 4 प्रतिशत है। कुछ जगह राजभर समाज 20 फीसदी के आसपास है तो कुछ क्षेत्रों में उनकी आबादी 10 प्रतिशत के करीब है। हालांकि चुनावों में ओपी राजभर का जातिकार्ड भी फेल हो गया
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Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 22 June 2024 at 11:05 IST