अपडेटेड 1 April 2025 at 18:22 IST
Delhi: 'कपिल मिश्रा को मंत्री रहने का अधिकार नहीं, इस्तीफा दें...', दिल्ली दंगा मामले में FIR के आदेश पर AAP ने खोला मोर्चा
उत्तरी पूर्वी दिल्ली दंगा मामले में मंत्री कपिल मिश्रा पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश पर आम आदमी पार्टी ने कपिल मिश्रा से इस्तीफा देने की मांग की।
- भारत
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AAP on Kapil Mishra: उत्तरी पूर्वी दिल्ली दंगा मामले में मंत्री कपिल मिश्रा पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश पर आम आदमी पार्टी ने कपिल मिश्रा से इस्तीफा देने की मांग की। AAP ने कहा कि उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में कथित भूमिका के संबंध में दिल्ली के कानून मंत्री कपिल मिश्रा के खिलाफ आगे की जांच के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अर्जी मंजूर कर ली है। कोर्ट ने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा पेश की गई सामग्री के आधार पर उनकी मौजूदगी कर्दम पुरी इलाके में थी और एक संज्ञेय अपराध पाया गया है जिसकी जांच की जानी चाहिए।'
सौरभ भारद्वाज ने मांगा इस्तीफा
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, '2020 के दंगे सभी ने देखे हैं। दंगे भड़काने के लिए कपिल मिश्रा द्वारा दिए गए बयान किसी से छिपे नहीं हैं, सबने उन्हें देखा है, और इसके पर्याप्त वीडियो सबूत भी हैं। पांच साल हो गए हैं, और पुलिस ने अभी तक उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है। अब कोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। कपिल मिश्रा को मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। जो भी दंगे में आरोपी थे उन सभी को गिरफ्तार किया गया था। कपिल मिश्रा को भी तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। बहुत सारे लोग तो अब भी जेल में हैं। उन्हें एक भी दिन बाहर नहीं छोड़ना चाहिए।'
जल्द गिरफ्तार करना चाहिए- प्रियंका कक्कड़
'आप' नेता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, 'सभी ने देखा कि कपिल मिश्रा ने दिल्ली में कैसे दंगे भड़काए। भाजपा द्वारा उन्हें बचाने के अनगिनत प्रयासों के बाद भी, अदालत ने पाया कि कपिल मिश्रा दंगों के दौरान मौजूद थे और उन पर आगे की जांच की जानी चाहिए। क्या वह कैबिनेट मंत्री बनने के लायक हैं? पुलिस को उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करना चाहिए क्योंकि दिल्ली दंगों के सभी अन्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।'
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बीजेपी अपना रुख साफ करे- AAP विधायक
आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने कहा, 'कोर्ट का निर्णय आया है तो मुझे लगता है कि मौजूदा समय में दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी को भी अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि वह कब तक नफरत फैलाने वालों को इस तरीके का प्रमोशन देते रहेंगे। बीजेपी को इस पर माफी मांगनी चाहिए। कपिल मिश्रा को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।'
क्या है पूरा मामला?
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इस दंगे में 53 लोग मारे गए थे, जबकि 200 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे। राजधानी में ऐसा दंगा दशकों से नहीं देखा गया था। इसी मामले में ताहिर हुसैन भी आरोपी है जो जेल में बंद है।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 1 April 2025 at 18:22 IST