Published 16:40 IST, September 21st 2024
My Home India के नेस्ट फेस्ट में पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया, 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की सराहना की
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज माय होम इंडिया के नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट फेस्टिवल (नेस्ट फेस्ट) में हिस्सा लिया।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज माय होम इंडिया (My Home India) के नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट फेस्टिवल (नेस्ट फेस्ट) में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उत्तर पूर्वी राज्यों की समृद्ध कला और संस्कृति को प्रदर्शित किया गया। सिंधिया ने 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि, "नेस्ट फेस्ट में आकर मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं। जिस तरह से हमारे उत्तर पूर्वी राज्यों की कला, संस्कृति और परंपराओं को विश्व पटल पर लाने का कार्य माय होम इंडिया कर रहा है, उसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं और उनका धन्यवाद भी करता हूं।'
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 'ऐसे आयोजन देश के अलग अलग हिस्सों के लोगों को एक साथ जोड़ने और आपसी समझ बढ़ाने का जरूरी माध्यम हैं। नेस्ट फेस्ट में उत्तर पूर्वी राज्यों के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य, संगीत और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीता।'
माय होम इंडिया ने आयोजित किया फेस्टिवल
माय होम इंडिया (My Home India) के इस खास फेस्टिवल का उद्देश्य उत्तर पूर्व के युवाओं को एक मंच देना है, जहां वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन कर सकें और मुख्यधारा से जुड़ सकें। कार्यक्रम के दौरान सिंधिया ने 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' पहल के महत्व को भी रेखांकित किया, जो भारत के अलग अलग क्षेत्रों के बीच एकता और समरसता को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।
सिंधिया ने छात्रों को किया संबोधित
केंद्रीय मंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जैसे ही सूरज की पहली किरणें उत्तर पूर्वी क्षेत्र पर चमकती हैं। यह पूरे देश को एक नए भारत की भावना से भर देती है। उन्होंने कहा कि यह एक विकसित और आकांक्षी भारत है। यही वह ऊर्जा है जिसे उन्होंने उत्तर पूर्वी छात्र महोत्सव 2024 में महसूस किया है। सिंधिया ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के 8 राज्यों के युवा पथप्रदर्शक एक मजबूत, उज्जवल भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे.’
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर पूर्वी छात्र महोत्सव 2024 में भाग लेना वास्तव में एक रोमांचक अनुभव है। पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत का प्रवेशद्वार, भारत का पावरहाउस और एक ऐसी भूमि है जो वास्तव में हमारी अमृतपीठ की सच्ची शक्ति का प्रतीक है। सिंधिया ने कहा कि विविधता में एकता के सिद्धांत का देश के प्रत्येक नागरिक को पालन करना चाहिए।
Updated 03:04 IST, September 22nd 2024