Updated October 4th, 2018 at 15:06 IST
मध्यप्रदेश: बीएसपी का नहीं मिला साथ, तो समाजवादी पार्टी की ओर कांग्रेस ने बढ़ाया हाथ..
बता दें, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस के साथ चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था.
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मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को बस गिनती के दिन ही बचे हैं और राज्य राजनीतिक नफा- नुकसान को ध्यान रखते हुए पार्टियों में जोड़तोड़ की राजनीति तेज हो गई है. बुधवार को बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस को करारा झटका देते हुए राज्य में अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया. जिसके बाद से मध्यप्रदेश के कांग्रेसी नेता ने राज्य में संभावित गठबंधन के समाजवादी पार्टी से हाथ मिलने की ओर इशारा किया है, हालांकि दोनों पार्टी में गठबंधन को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है.
मध्यप्रेदश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने गुरूवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने कुछ दिन पहले सामजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात की थी और हम उनके साथ बातचीत कर रहे हैं.
कमल नाथ ने आगे मायावती के गठबंधन से इनकार करने के एक दिन बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीएसपी ने हमें वो सीटों की लिस्ट दी थी, जहां जीतने की कोई संभावना नहीं थी और जो सीट वो जीत सकते थे उन्होंने उसे सूची में शामिल नहीं किया.
बता दें, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस के साथ चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था. इसके साथ ही मायावती ने कांग्रेस पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह पर करारा हमला बोला था और गठबंधन ना होने के लिए उन्होंने जिम्मेदार ठहराया था.
गौरतलब है कि कांग्रेस लगातार महागठबंधन की वकालत करती रही है. मायावती के द्वारा कांग्रेस का साथ छोड़ने से 'महागठबंधन' को एक बड़ा झटका लगा है. गौरतलब है कि BSP सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए ऐलान किया है कि वो आने वाले विधानसभा चुनाव को अकेले ही लेड़ेंगी. मायावती ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि दिग्विजय सिंह जैसे नेता कांग्रेस-बीएसपी के बीच गठबंधन नहीं चाहते.
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Published October 4th, 2018 at 15:04 IST