Published 18:08 IST, November 28th 2024
Kedanath By election: विकास और नेतृत्व की ऐतिहासिक जीत, केदारनाथ में BJP के लिए काम कर गए ये फैक्टर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ में हुए विकास कार्यों ने इस चुनाव में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई।
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Kedarnath Byelection 2024 Result: केदारनाथ उपचुनाव देवभूमि उत्तराखंड और सनातन धर्म की अस्मिता से जुड़ा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संघर्ष था। यह उपचुनाव केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक श्रीमती शैला रानी रावत के निधन के बाद हुआ। यह सीट पहले भी भाजपा के पास थी, लेकिन अयोध्या और बदरीनाथ उपचुनाव में मिली हार के बाद सबकी निगाहें इस चुनाव पर थीं।
सनातन और विकास का संगम
भगवान श्री केदारनाथ धाम, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, इस क्षेत्र को विशेष बनाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ में हुए विकास कार्यों ने इस चुनाव में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई। केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण और स्थानीय लोगों को आजीविका के नए साधन प्रदान करने के लिए भाजपा सरकार ने कई योजनाएं शुरू कीं, जिनका लाभ सीधे जनता तक पहुंचा।
विपक्ष का आरोप और भाजपा की रणनीति
कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने हर चुनावी सभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को घेरने की कोशिश की। झूठे आरोपों और भावनात्मक प्रचार के जरिए जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया, लेकिन मुख्यमंत्री धामी की कुशल रणनीति और भाजपा के विकास कार्यों ने कांग्रेस के इन दावों को नकार दिया।
मुख्यमंत्री धामी का नेतृत्व और संगठनात्मक तालमेल
सीएम धामी ने चुनाव प्रचार के दौरान अपनी सूझबूझ और जनसंपर्क की अनूठी शैली का प्रदर्शन किया। वह चुनाव से पहले चार महीने तक केदारनाथ विधानसभा के पालक के रूप में जनता के बीच सक्रिय रहे। उन्होंने रक्षाबंधन पर्व भी स्थानीय बहनों के साथ वर्चुअल रूप से मनाया। चुनावी प्रबंधन के लिए उन्होंने अपने पांच मंत्रियों को क्षेत्र में सक्रिय किया और खुद कई बार केदारनाथ का हवाई सर्वेक्षण किया।
प्रचार का अनोखा अंदाज
सीएम धामी ने गुप्तकाशी बाजार में खरीदारी कर आम जनता के बीच अपनी सादगी और पहुंच को प्रदर्शित किया। चाय पर चर्चा के माध्यम से उन्होंने लोगों से संवाद किया, जिससे जनता के मन में यह विश्वास पक्का हुआ कि सरकार उनके साथ है। इसके अलावा, उनकी बाइक रैलियों और जनसभाओं ने मतदाताओं के बीच भाजपा के प्रति उत्साह बढ़ाया।
भाजपा की ऐतिहासिक विजय
भाजपा ने इस उपचुनाव में 5,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की। यह जीत सिर्फ एक राजनीतिक विजय नहीं, बल्कि कांग्रेस के झूठे आरोपों और विभाजनकारी राजनीति की हार थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की विकास योजनाओं और भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत को दिया।
केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की जीत ने यह साबित कर दिया कि जनता विकास, सच्चाई और धर्म की रक्षा के लिए भाजपा के साथ खड़ी है। यह विजय मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व की कुशलता और भाजपा की संगठनात्मक ताकत का प्रतीक है। कांग्रेस के भ्रामक प्रचार को नकारते हुए जनता ने पुनः "कमल" खिलाने का निर्णय लिया, जो राज्य में विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Updated 18:08 IST, November 28th 2024