Published 16:43 IST, September 14th 2024
EXPLAINER/ हिमाचल में बरपा हंगामा! संजौली के बाद अब मंडी में मस्जिद पर क्यों चला हथौड़ा, क्या है पूरा विवाद?
विवाद बढ़ता देख मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने खुद से आगे आकर मस्जिद के एक अवैध हिस्से को गिराना शुरू कर दिया। मस्जिद गिराने का वीडियो भी Viral होने लगा।
Himachal Pradesh Masjid Controversy: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों 2 मस्जिदों को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है। पहला मामला संजौली का है जहां मस्जिद के अवैध निर्माण वाले हिस्से को गिराने के लिए बवाल खड़ा हुआ था हालांकि बाद में संजौली की जहां मस्जिद कमेटी ने शांति और सद्भाव को बनाए रखने के लिए खुद ही अवैध हिस्से को गिराने की पेशकश कर दी। तो वहीं दूसरा विवाद मंडी में बनी मस्जिद को लेकर थी ये मस्जिद जेल रोड पर स्थित पीडब्ल्यू डी की जमीन पर अतिक्रमण के तौर पर बनाई गई थी। इस मस्जिद को PWD और नगर निगम दोनों जगहों से नोटिस जा चुकी थी। मंडी में मुस्लिम समुदाय के लोगों खुद ही मस्जिद के अवैध हिस्सों को तोड़ दिया। गुरुवार (12 सितंबर) की शाम को लगभग 4 बजे ही मुस्लिम समाज के लोगों ने हथौड़े से मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ दिया।
मंडी मस्जिद के अतिक्रमण के चलते शुक्रवार (13 सितंबर) को वहां के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा लोग इस मस्जिद के विरोध में सड़कों पर उतर आए। हालांकि अब विवाद के बीच मंडी में मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू हो चुका था। इलाके में विवाद बढ़ता देख मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने खुद से आगे आकर मस्जिद के एक अवैध हिस्से को गिराना शुरू कर दिया। मस्जिद गिराने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा इस वीडियो में देखा गया है कि कुछ लोग हथौड़े लेकर दीवार गिराने लगे। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ही आगे आकर मस्जिद के अवैध निर्माण को ध्वस्त करने में लग गए थे। इस बीच मंडी शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए धारा 163 भी लागू कर दी गई थी।
सदियों पहले मस्जिद की जगह मंदिर... हिन्दू संगठनों का दावा
वहीं इस मामले में कुछ हिंदू संगठनों का आरोप ये भी है कि यहां स्थित मस्जिद की जगह पर अब से सदियों पहले मंदिर हुआ करता था जिसे तत्कालीन हिन्दी राजा ने अपने एक मुस्लिम बुनकर को नमाज अता करने के लिए दे दिया था। अब इस मामले में यहां के स्थानीय लोगों की मांग है कि इस मस्जिद के नीचे खुदाई करवाई जाए और पुरातत्व विभाग ये चेक करे कि क्या मस्जिद के नीचे मंदिर तो नहीं है। हालांकि हिंदू संगठनों के इस दावे का कोई भी पुख्ता प्रमाण अब तक सामने नहीं आया है।
क्या है हिमाचल प्रदेश के मंडी में मस्जिद पर विवाद?
- हिमाचल के मंडी शहर में मस्जिद की दो अवैध मंजिलें 30 दिन में गिरानी होंगी। नगर निगम आयुक्त एचएस राणा की कोर्ट ने शुक्रवार को ये फैसला सुनाया।
- 30 साल पुरानी 3 मंजिला यह मस्जिद शहर के जेल रोड पर है।
- आरोप है कि इसकी 2 मंजिल अवैध रूप से बनाई गई थीं। अब इन्हें तोड़ा जाएगा।
- मस्जिद के साथ ही एक दीवार बनाकर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का भी आरोप है हालांकि इस दीवार को मस्जिद कमेटी ने खुद ही गिरा दिया।
- आरोप था कि मंडी के जेल रोड पर मस्जिद में 2 मंजिल बिना अनुमति बनाई गई हैं। इसे लेकर जून 2024 से ही नगर निगम आयुक्त कोर्ट में केस चल रहा है।
- इस मस्जिद की जमीन मुस्लिम महिला के नाम है।
- करीब 30 साल पहले बनी एक मंजिला मस्जिद पर इस साल मार्च में 2 मंजिल बनाई गईं।
- नगर निगम ने जून में काम रोकने का नोटिस दिया था। जांच की गई तो कुछ जमीन PWD की निकली। सड़क से लगी दीवार भी अवैध रूप से बनाई गई थी।
- स्थानीय लोगों को अवैध निर्माण और अतिक्रमण के अलावा इस मस्जिद में बाहर से आकर रहने वाले लोगों पर ऐतराज है।
- स्थानीय लोगों का आरोप है की मस्जिद के आसपास बाहरी लोग आकर रहने लगे हैं और ऐसे में इलाके की डेमोग्राफी भी प्रभावित हो रही है।
मस्जिद को लेकर कोर्ट में था मामला, फिर भी नहीं रुका काम
बीते कुछ दिनों से हिमाचल प्रदेश के संजौली मस्जिद को लेकर विवाद चल रहा था। इस 5 मंजिला मस्जिद के अवैध हिस्सों को लेकर हिंदू संगठनों के लोग लड़कों पर उतर आए थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि अवैध मस्जिद को तोड़ा जाए। इस मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश की सियासत भी गरमा गई। सूबे की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस पर बीजेपी लगातार हमला बोलने लगी। हिमाचल की लैंड रिकॉर्ड में जमीन हिमाचल सरकार की है और उस पर अहल-ए- इस्लाम ने कब्जा कर रखा है। साल 2010 से इसी कब्जे को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा है लेकिन मस्जिद में निर्माण कार्य नहीं रुका और अवैध रूप से इसका दायरा भी बढ़ता ही चला गया। साल 2019 आने तक मस्जिद की 4 अतिरिक्त मंजिलें तैयार कर दी गई और 6349 स्कवॉयर फीट का अवैध कंस्ट्रक्शन हो गया।
Updated 16:43 IST, September 14th 2024