Published 13:34 IST, October 9th 2024
ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती...,हरियाणा में कांग्रेस की बुरी हार पर राघव चड्ढा का शायराना तंज
हरियाणा विधानसभा में BJP की जीत के बाद अब इंडिया गठबंधन में कांग्रेस को लेकर विरोध के सुर उठने लगे हैं। AAP ने भी कांग्रेस की हार पर तंज कसा है।
Haryana Election Result 2024: हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती,अगर साथ-साथ चलते तो..., हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे (Haryana Election Result) आ चुके हैं। यहां भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज नया रिकॉर्ड बना दी तो कांग्रेस ( Congress ) के हरियाणा (Haryana) की सत्ता में वापसी के सपने एक बार फिर सपने ही रह गए। हालांकि,नतीजों से पहले आए EXIT POLL ने इन सपनों को पंख जरूर दिया था। मगर दुर्भाग्य से एग्जिट पोल, एग्जैक्ट पोल में बदल नहीं पाया और कांग्रेस जीत का स्वाद चखने से फिर दूर रह गई। अब नतीजों पर मंथन भी जारी है। वहीं, AAP ने भी इशारों-इशारों में हरियाणा में कांग्रेस की हार पर तंज कसा है।
हरियाणा विधानसभा में बीजेपी की जीत के बाद अब इंडिया गठबंधन (India Alliance) में कांग्रेस को लेकर विरोध के सुर उठने लगे हैं। गठबंधन के दल अब कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं। हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों से महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में अगले दौर के विधानसभा चुनाव से पहले अपनी चुनावी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए सलाह भी मिल रही है। वहीं, AAP के राज्यसभा सांंसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने शायरान अंदाज में कांग्रेस पर तंज कसा है।
कांग्रेस की बुरी हार पर राघव चड्ढा का शायराना तंज
राघव चड्ढा सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा,हमारी आरज़ू की फिक्र करते तो कुछ और बात होती, हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती,आज वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर, अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती। बता दें कि चुनाव से पहले चड्ढा ने कोशिश खूब की थी कि हरियाणा में कांग्रेस और आप का गठबंधन हो। मगर बात बन नहीं पाई और दोनों पार्टियों ने अपने-अपने दम चुनाव लड़ा।
अकेले चुनाव लड़ने पर कांग्रेस-AAP को नुकसान
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 37 सीटों से ही संतोष करना पड़ा जो कि पिछले चुनाव से 6 सीटें अधिक हैं। कांग्रेस को AAP के साथ गठबंधन नहीं करने का कहीं ना कहीं नुकसान झेलना पड़ा। वहीं, कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात नहीं बनने पर केजरीवाल के नेृतत्व में पार्टी अकेले मैदान में उतरी मगर चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा है। AAP हरियाणा में खाता तक नहीं खोल पाई।
Updated 13:34 IST, October 9th 2024