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Published 19:47 IST, September 27th 2024

हिमाचल में 'योगी मॉडल' पर बवाल में विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा की एंट्री, कहा- विवाद के पीछे...

'योगी मॉडल' पर मचे बवाल में विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने कहा कि 'यह जो विवाद खड़ा हुआ, इसके पीछे ऐसी कोई मंशा नहीं थी।

Reported by: Digital Desk
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pratibha singh and vikramaditya singh
प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह | Image: pratibha singh and vikramaditya singh/x

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में 'योगी मॉडल' लागू करना कांग्रेस सरकार के लिए नई चुनौती बन गया है। उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राज्य के सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों में पहचान पत्र लगाना अनिवार्य करने के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस फैसले को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश से प्रेरित बताया था। जिसके बाद सियासी बवाल मचा हुआ है।

हिमाचल प्रदेश में 'योगी मॉडल' पर मचे बवाल में विक्रमादित्य सिंह की मां और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने कहा कि 'यह जो विवाद खड़ा हुआ, इसके पीछे ऐसी कोई मंशा नहीं थी। अब एक कमेटी गठित की गई है, जिसमें वरिष्ठ नेता हैं जो फैसला लेंगे कि हमें आगे क्या करना है।' प्रतिभा सिंह ने साफ किया कि सभी की सलाह और सभी की सहमति लेकर हम आगे बढ़ेंगे और तभी फैसला लेंगे।

नेमप्लेट पर विक्रमादित्य सिंह का बयान

हिमाचल प्रदेश में रेहड़ी-पटरी वाले दुकानदारों के लिए नाम प्रदर्शित करना अनिवार्य किया गया था। इसका ऐलान सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने किया था। अब विवाद बढ़ने पर उन्होंने कहा कि ‘पार्टी और प्रदेश के लोगों के हित हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ हैं। हिमाचल के हितों की रक्षा करना हमारा दायित्व है और हिमाचलों के हितों को आगे लेकर चलना हमारी जिम्मेदारी।’

मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को पत्रकारों से कहा था कि रेहड़ी-पटरी खासकर खाद्य पदार्थ बेचने वालों के लिए अपनी दुकानों पर पहचान पत्र प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि यह निर्णय योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार के इसी प्रकार के निर्देश से प्रेरित है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश सरकार ने गुरुवार को सफाई देते हुए कहा कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

क्या है यूपी का 'योगी मॉडल'?

जूस में पेशाब और रोटी थूक जैसे कांड के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों से सख्ती के साथ निपटने का मन बना लिया है। योगी सरकार ने खान-पान की वस्तुओं में थूक और पेशाब मिलाने को वीभत्स करार देते हुए कहा कि यह सब स्वीकार नहीं किया जाएगा। खान-पान की चीजों में गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ सीएम योगी ने कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि अब खान-पान की जगहों जैसे होटलों, ढाबों और रेस्तरां पर संचालक, मालिक और मैनेजर का नाम और पता लिखना अनिवार्य होगा। इसके अलावा शेफ हो या वेटर, उनके लिए मास्क और ग्लव्स पहनना जरूरी होगा। होटल और रेस्तरां में सीसीटीवी कैमरे लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है।

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Updated 19:47 IST, September 27th 2024