अपडेटेड 2 July 2024 at 18:03 IST

'1 जुलाई को कांग्रेस ने खटाखट दिवस भी मनाया है', आखिर PM मोदी ने लोकसभा में ऐसा क्यों कहा?

पीएम ने कहा कि देश ने 01 जुलाई को खटाखट दिवस मनाया। लोग 01 जुलाई को अपने फोन चेक कर रहे थे कि 8500 रूपये आये कि नहीं आये।

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PM Modi  in Lok Sabha
1 जुलाई को कांग्रेस ने खटाखट दिवस भी मनाया है-PM मोदी | Image: X- @BJP4India

PM Narendar Modi in LokSabha: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा पर जवाब देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी के चुनावी वादे पर कटाक्ष तीखा किया। पीएम ने कहा कि देश ने 01 जुलाई को खटाखट दिवस मनाया। लोग 01  जुलाई को अपने फोन चेक कर रहे थे कि 8500 रूपये आये कि नहीं आये।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी चुनाव में कांग्रेस ने देशवासियों को गुमराह किया।इसी चुनाव में 8500 देने का झूठ माताओं और बहनों को बोला। EVM  को लेकर के, संविधान को लेकर के इनका हौसला तो इतना बढ़ गया कि कल सदन को भी गुमराह करने का प्रयास हुआ है। कल अग्निवीर को लेकर झूठ बोला गया। कांग्रेस लगातार देश को गुमराह करने की कोशिश में लगी है।

नरेंद्र मोदी लोकसभा में  में कहा कि जो दल 60 साल यहां बैठा है, जो सरकार के कामों को जानता है, वो अगर अराजकता के रास्ते पर चलेगा और झूठ के रास्ते को चुन ले, तो देश गंभीर संकट की तरफ जा रहा है, इसका सबूत मिल रहा है। सदन की गरिमा का अपमान ये संविधान निर्माताओं का अपमान है। अब जो हो रहा है और कल जो हुआ है, वो गंभीरता से लिए बिना संसदीय लोकतंत्र को हम रक्षित नहीं कर पाएंगे। इन हरकतों को बालक बुद्धि कहकर के हमें नजरअंदाज नहीं कहना चहिये। इसके पीछे इरादे नेक नहीं हैं, इरादे गंभीर खतरे के हैं, मैं देशवासियों को भी जगाना चाहता हूं।

कांग्रेस ने संविधान और आरक्षण भी झूठ बोला - पीएम मोदी

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पीएम ने लोकसभा में  कहा कि ये हरकतें देश की परम्पराओं के पर तमाचा है। इस सदन की गरिमा बचाने की बड़ी जिम्मेदारी आप पर है। सदन में शुरू हुई झूठ की परंपरा पर कठोर कार्यवाही करेंगे।  देशवासियों से कांग्रेस ने संविधान और आरक्षण पर भी झूठ बोला है।

कांग्रेस ने सत्ता के लिए देश पर इमरजेंसी थोपी- पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देशवासियों के सामने सच्चाई रखना चाहता हूं कि सिर्फ सत्ता के लिए इमरजेंसी थोपी। आपातकाल में क्रूरता का पंजा फैला, दलितों की उपेक्षा ने अंबेडकर को आक्रोशित किया। नेहरू की केबिनेट से अबेडकर ने इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस ने बाबा साहेब का राजनैतिक जीवन खत्म करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। अम्बेडकर को चुनाव हरवाया गया और इतना ही नहीं उन्होंने उसका जश्न भी मनाया।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 2 July 2024 at 18:03 IST