अपडेटेड 26 June 2024 at 10:30 IST
तुम अखिलेश को लाने के लिए काम कर रहे... ब्लैक फिल्म हटाने पर कानपुर पुलिस से भिड़े BJP नेता- VIDEO
Kanpur में BJP नेता और पुलिस वालों के बीच बड़ी झड़प देखने को मिली, कानपुर दक्षिण के जिला उपाध्यक्ष शैलेंद्र त्रिपाठी अपने भतीजे के साथ कार से कहीं जा रहे थे।
- भारत
- 3 min read

Kanpur News: कानपुर में BJP नेता और पुलिस वालों के बीच बड़ी झड़प देखने को मिली, कानपुर दक्षिण के जिला उपाध्यक्ष शैलेंद्र त्रिपाठी अपने भतीजे के साथ कार से कहीं जा रहे थे। तभी चेकिंग के लिए पुलिस ने उनकी गाड़ी रोकी, जिसको लेकर वह भड़क गए और पुलिस वालों से झड़प हो गई। जिसपर बीजेपी नेता ने कहा कि तुम अखिलेश को लाने के लिए काम कर रहे हो।
बीजेपी नेता शैलेंद्र त्रिपाठी का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में वे पुलिस से भिड़ते हुए नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने चेकिंग के दौरान उनकी गाड़ी रोकी थी। इस पर शैलेंद्र त्रिपाठी ने अपने भतीजे के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों से झगड़ा कर लिया।
नेता की गाड़ी रोकने पर बड़ा विवाद
पुलिस चेकिंग के दौरान गाड़ी रोकने पर ये सारा विवाद शुरू हुआ था, जगह साउथ कानपुर बताई जा रही है, इस घटना ने पर राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हो रही है। वहीं, पुलिस द्वारा किए गए कार्यों और नेताओं की प्रतिक्रिया दोनों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिससे पुलिस और राजनीतिक दल दोनों के बीच चर्चाएं तेजी हो गई है। वहीं, पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है, इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वायरल वीडियो में नेता ने कहा कि, तुम लोगों का इलाज करके जाऊंगा। तुम लोग झंडा देखकर काम कर रहे हो, अभी गाड़ियां बुलवाता हूं। तुम अखिलेश को लाने के लिए काम कर रहे हो। इसी के साथ पुलिस से फोन खींचने की कोशिश भी की।
Advertisement
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ मुहिम चलाए हुए है। पुलिस उन लोगों पर कार्रवाई कर रही है, जो अपनी गाड़ी पर हूटर बजाते हुए किसी पार्टी का झंडा लगाकर धौंस दिखाते हुए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं।
Advertisement
अफसरों और कर्मचारियों के लिए गाइडलाइंस
हाल ही में योगी सरकार ने अपने अफसरों और कर्मचारियों के लिए नया फरमान जारी किया है। नई मीडिया गाइडलाइंस के मुताबिक, अब अफसरों को किसी भा मीडिया या सोशल मीडिया पर लिखने से पहले सरकार की इजाजत लेनी होगी। ऐसा न करने वालों पर कार्रवाई होगी। बिना मंजूरी लिए अखबार में लेख न लिखे, टीवी रेडियो में न बोले। सोशल मीडिया पर भी न लिखें।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 26 June 2024 at 10:30 IST