अपडेटेड 10 February 2025 at 20:53 IST
अनिल विज को पार्टी हाईकमान ने भेजा कारण बताओ नोटिस, 3 दिन में मांगा जवाब; हरियाणा CM और अध्यक्ष के खिलाफ दिया था बयान
Haryana: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है। उनसे 3 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
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Haryana: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है। उनसे 3 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। विज ने सीएम नायब सिंह सैनी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ बयानबाजी की थी।
जानकारी के मुताबिक, हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की तरफ से अनिल विज को कारण बताओं नोटिस भेजा गया है। नोटिस में लिखा गया है कि आपने हाल ही में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयानबाजी की। यह गंभीर आरोप हैं और यहा पार्टी की नीति और अनुशासन के खिलाफ है।
'बयानबाजी से पार्टी की छवि को नुकसान…'
नोटिस में आगे लिखा है, ‘आपका यह कदम न केवल पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है बल्कि यह उस समय पर हुआ है जब पार्टी पड़ोसी राज्य में चुनावों के लिए अभियान चला रही थी। चुनावी समय में, एक सम्मानित मंत्रिपद पर वहन करते हुए इस प्रकार की बयानबाजी से पार्टी की छवि को नुकसान होगा यह जानते हुए भी आपने बयान दिए जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’ वहीं पार्टी अध्यक्ष की ओर से अनिल विज से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
विज ने पार्टी अध्यक्ष पर दिया था ये बयान
2 फरवरी को सोनीपत के गोहाना में अनिल विज ने प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को लेकर कहा था कि उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उनपर दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज है। वह महिलाओं की मीटिंग कैसे ले सकते हैं। अनिल विज ने कहा था,
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‘हम महिलाओं को 30 प्रतिशत तक बढ़ा रहे हैं, ऐसे में धारा-376 का आरोपी प्रदेशाध्यक्ष नहीं रह सकता। हमारे बड़े-बड़े नेताओं पर भी आरोप लगे थे। आडवाणी पर भी आरोप लगे थे, उनका नाम आया था और उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। बड़ौली उनसे बड़े तो नहीं हैं। उन्हें भी त्यागपत्र दे देना चाहिए।’
सीएम सैनी को लेकर क्या कहा?
वहीं सीएम नायब सिंह सैनी को लेकर विज ने 31 जनवरी को अंबाला में कहा था कि उन्हें चुनाव में हराने की कोशिश करने वाले अधिकारियों सहित अन्य लोगों का मुद्दा सार्वजनिक रूप से उठाए हुए 100 दिन से अधिक समय हो गया है, लेकिन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पदभार संभालने के दिन से ही वह (सैनी) उड़नखटोला (हेलीकॉप्टर) पर सवार हैं। अगर वह नीचे उतरें तो उन्हें लोगों की पीड़ा दिखाई देगी।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 10 February 2025 at 19:50 IST