अपडेटेड 28 January 2024 at 10:11 IST

Bihar में नई सरकार बनने से पहले ही मांझी ने शुरू की तोल-मोल, HAM के लिए मांगे दो मंत्री पद!

Bihar News: बिहार में सियासी उठापटक के बीच नई सरकार अभी बनी भी नहीं कि हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा ने दो शर्तें भी सामने रख दी है।

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Bihar Politics Nitish Kumar Jitan Ram Manjhi
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और HAM प्रमुख जीतन राम मांझी | Image: PTI

Bihar Politics: बिहार में सत्ता परिवर्तन के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। सियासी उठापटक के बीच बिहार में नई सरकार बन सकती है। पटना से लेकर दिल्ली तक लगातार बैठकों का सिलसिला जारी है। नई सरकार अभी तक बनी नहीं कि हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा ने अपनी दो शर्तें भी सामने रख दी है।

हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा की ओर से डिमांड की गई है कि नई सरकार में उनकी पार्टी के कम से कम दो मंत्री पद हो। HAM के नेता श्याम सुंदर शरण ने एक वीडियो जारी कर कहा, "जिस तरह से हमारी पार्टी गरीबों की बात करती है और उनके बीच काम करती है, हमें लगता है कि हमारी पार्टी में कम से कम दो मंत्री पद होने चाहिए। ऐसे में हम जनता को बेहतर सेवाएं दे सकेंगे। कार्यकर्ताओं की आकांक्षाएं पूरी होनी चाहिए। हमारे नेता प्रधानमंत्री के साथ खड़े हैं।"

पटना में लगे मांझी के पोस्टर

बिहार की राजधानी पटना में हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के ऑफिस के बाहर जीतन राम मांझी के पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा गया है, 'बिहार में बहार है, बिना मांझी सब बेकार है।' 

पहले भी कई बार पाला बदल चुके हैं नीतीश

बिहार की राजनीति में पाला बदलना नीतीश कुमार की खासियत रही है। ऐसा पहली बार नहीं होगा जब नीतीश ने पलटी मारी है। एक बार फिर से NDA में शामिल होते नजर आ रहे हैं। हालांकि सरकार किसी भी पार्टी की हो, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश ही रहे। 1974 में राजनीतिक सफर की शुरुआत की। 1985 में विधायक चुनकर आए। 1994 में उन्होंने जनता दल से निकलकर जॉर्ज फर्नांडिस के साथ समता पार्टी का रुख किया। हालांकि, नतीजे उस हिसाब से नहीं आए। इसके बाद फिर नीतीश ने बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया और 1996 से 2013 तक वो भारतीय जनता पार्टी के साथ रहे।

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नीतीश कुमार 2013 में भाजपा से निकले और मांझी को आगे लेकर आए। 2015 में राजद और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई लेकिन दो साल के अंदर फिर महागठबंधन से नाता तोड़कर NDA के साथ आ गए। इसके बाद 2017 से 2022 तक भाजपा के साथ रहे लेकिन फिर उनका मोह भंग हो गया और फिर महागठबंधन के साथ आ गए। लेकिन एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बाजी पलटते नजर आ रहे हैं।  

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 28 January 2024 at 07:57 IST