अपडेटेड 28 January 2024 at 13:21 IST
'राज्यों में कांग्रेस सत्ता हड़पना चाहती है...', NDA का दामन थामने के बाद JDU का INDI पर बड़ा हमला
केसी त्यागी ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस पूरे INDI गठबंधन को हड़पने की कोशिश कर रही है। एक साजिश के तहत बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम रखा गया था।
- भारत
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JDU vs Congress: नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar Resigns) के इस्तीफे और एनडीए में शामिल होने के ऐलान के बाद जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने INDI गठबंधन के दलों को जवाब देना शुरू कर दिया है। नीतीश के इस्तीफे से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और जयराम रमेश (Jairam Ramesh) समेत कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता हमला बोलने लगे थे। इस पर अब जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी (JDU Leader KC Tyagi) ने पलटवार किया है और कांग्रेस (Congress) की सारी पोल पट्टी खोल दी है।
जदयू के नेता केसी त्यागी ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस पार्टी पूरे INDI गठबंधन को हड़पने की कोशिश कर रही है। एक साजिश के तहत ही बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम रखा गया था।
खड़गे के नाम का ऐलान एक साजिश: केसी त्यागी
केसी त्यागी कहते हैं, 'कांग्रेस का एक भाग INDI गठबंधन के नेतृत्व को हड़पना चाहता है। 19 दिसंबर को INDI गठबंधन की जो बैठक हुई थी, उसमें एक साजिश के तहत INDI गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सुझाया गया, जबकि मुंबई में जो बैठक हुई थी उसमें कहा गया था कि बिना किसी का नाम आगे किए INDI गठबंधन काम करेगा।'
उन्होंने खुलासा करते हुए कहा, 'बैठक से पहले की शाम को जब ममता बनर्जी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर गई थीं, तो ममता बनर्जी ने कहा था कि बैठक में किसी का नाम प्रस्तावित नहीं होगा। मगर एक साजिश के तहत ममता बनर्जी की तरफ से खड़गे का नाम सुझाया गया। खड़गे ने बाद में खुद ही प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।'
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कांग्रेस पार्टी सर्वाइवल के दौर में है: केसी त्यागी
केसी त्यागी आगे कहते हैं, 'गैर कांग्रेसी दलों ने कांग्रेस पार्टी से लड़कर ही अपना स्थान बनाया। अभी कांग्रेस पार्टी सर्वाइवल के दौर से गुजर रही है। पिछले दो लोकसभा चुनावों में नेता प्रतिपक्ष के लायक भी उनके पास सांसद नहीं थे। इसलिए कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहती है, क्योंकि ये उनके विकास में रोड़ा है।' उन्होंने आरोप लगाए कि एक सिस्टमेटिक तरीके से सीट बंटवारे की लड़ाई को लंबा खींचने का काम किया गया। मुंबई से और उससे पहले भी, ये लोग कहते रहे कि सीट बंटवारा जल्दी होना चाहिए।
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नीतीश पर हमलावर है कांग्रेस
जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्हें गिरगिट बोल दिया। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता माफ नहीं करेगी। बिल्कुल साफ है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रधानमंत्री और बीजेपी घबराए हुए हैं और उससे ध्यान हटाने के लिए यह राजनीतिक ड्रामा रचा गया है।'
नीतीश कुमार पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रतिक्रिया दी थी और कहा, "बिहार के उपमुख्यमंत्री (तेजस्वी यादव) और लालू प्रसाद यादव ने इस बारे में संकेत दिया था और आज यह सच हो गया। ऐसे देश में बहुत सारे लोग हैं, आया' राम गया राम'।"
खड़गे ने कहा, 'पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे। जब मैंने लालू और तेजस्वी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं। अगर वह रुकना चाहता तो रुक जाता, लेकिन वो जाना चाहता है। इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा। इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पहले ही दे दी थी। आज वह सच हो गया।'
नीतीश ने छोड़ा कांग्रेस-राजद का साथ
तमाम अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए नीतीश कुमार ने रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। राज्यपाल ने कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नई सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।
राजभवन से लौटने के बाद नीतीश ने कहा, 'मैंने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।' उन्होंने कहा कि वो महागठबंधन से अलग होकर नया गठबंधन बनाएंगे।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 28 January 2024 at 13:15 IST