Published 12:59 IST, October 20th 2024
Bihar Hooch Tragedy: 'सरकार जैसी चीज नहीं...', जहरीली शराब से हुई मौतों पर फूटा लालू यादव का गुस्सा
बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद शराबबंदी कानून पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच लालू यादव ने कह डाला की राज्य में सरकार नाम की चीज नहीं है।
Bihar Hooch Tragedy: बिहार में जहरीली शराब पीने से और दो लोगों की मौत हो गई है। हालिया अपडेट के अनुसार, इसी के साथ इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है। राज्य में लगातार हो रही मौतों को लेकर सियासत गर्मा गई है। इस त्रासदी को लेकर एक ओर विपक्ष हमलावर है तो वहीं दूसरी ओर शराबबंदी कानून (Bihar Liquor Ban) पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) की प्रतिक्रिया आई है।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद राज्य में जहरीली शराब से हुईं मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन जिलों में हुई मौतों को लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है। इस बीच RJD प्रमुख लालू यादव का गुस्सा फूटा है। उन्होंने मामले पर कहा कि लोग मर रहे हैं। राज्य में सरकार नाम की चीज नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने शराब कांड से बढ़ती मौतों को दुखद बताया।
राज्य में सरकार नाम की चीज नहीं- लालू यादव
जहरीली शराब त्रासदी पर RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'लोग मर रहे हैं, सरकार नाम की चीज (राज्य में) नहीं है। यह बेहद दुखद है।'
मीसा भारती ने राज्य में शराबबंदी को लेकर उठाए सवाल
वहीं इस मामले को लेकर लालू यादव की बेटी और आरजेडी सांसद मीसा भारती (Misa Bharti) ने शराबबंदी को लेकर सवाल उठाए। साथ ही बिहार सरकार से इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मीसा भारती ने कहा, 'बिहार में इस तरह की घटना आए दिन सुनने को आती है। वह भी उस राज्य में जहां पर शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में आए दिन ऐसी घटनाओं के बारे में सुनना दुखद है। जिन परिवार के सदस्यों के साथ यह घटना घटी है उनके प्रति हमारी संवेदना है। सरकार इस मामले पर कड़ी कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे बढ़कर बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगाया था। ऐसे में एक महिला होने के नाते मैं कहना चाहूंगी कि अगर शराब पर प्रतिबंध रखना है तो इसे पूरी तरह से सुनिश्चित करें कि आए दिन इस तरह की घटना न घटे। महिलाओं को उत्पीड़न न झेलना पड़े।'
मीसा भारती ने आगे कहा कि 'पहले भी लोग शराब पीकर महिलाओं पर अत्याचार करते थे। आज भी यह घटनाएं होती हैं। आज भी खुलेआम शराब मिल रही है। लोग तो यह तक कहते हैं कि शराब की होम डिलीवरी भी होती है।'
जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़कर 37 तक पहुंचा
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) नीलेश कुमार ने एजेंसी को बताया कि सीवान और सारण में मरने वालों की संख्या 35 है। इसमें और बढ़ोतरी नहीं हुई है। अब सारण रेंज के तहत तीनों जिलों में मृतकों की कुल संख्या 37 है। सिवान जिले के मगहर और औरिया पंचायतों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 28 जबकि सारण जिले के मशरख थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर में सात लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों जिलों के 25 से अधिक लोग अब भी सीवान, सारण और पटना जिलों के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
बता दें कि जहरीली शराब पीने से बिहार के सारण और सिवान समेत कई जिलों में कई लोगों की मौत हुई है। सिवान, छपरा और गोपालगंज जिलों में जहरीली शराब से कई लोगों की जान चली गई। जानकारी के अनुसार, अब तक 37 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
Updated 13:02 IST, October 20th 2024