अपडेटेड 20 April 2025 at 20:17 IST
West Bengal: मुर्शिदाबाद हिंसा पर आया आरिफ मोहम्मद खान का बयान, कहा- कुरान में लिखा है कि जो लोगों को बांटने का काम...
मुर्शिदाबाद दंगों को लेकर अब बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी तीखा बयान देते हुए धार्मिक और सामाजिक एकता पर बल दिया है।
- भारत
- 4 min read

Bihar Governor Aarif Mohammad Khan on Murshidabad Riots: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के विरोध के बाद भड़की हिंसा को लेकर देश में सियासी पारा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब इस मुद्दे पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी तीखा बयान देते हुए धार्मिक और सामाजिक एकता पर बल दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक सवाल के जवाब में आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा किसी भी हालत में जायज नहीं हो सकती है। स्थिति चाहे जो भी हो अगर कोई समाज को बांटने या हिंसा फैलाने की कोशिश करेगा उसके लिए भी कुरान में सजा का जिक्र किया गया है। बिहार के गवर्नर ने इस जवाब से मुर्शिदाबाद में हो रही हिंसा को लेकर एक सख्त संदेश दिया है।
एक ओर जहां विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा है, वहीं आरिफ मोहम्मद खान की टिप्पणी ने सांप्रदायिक सौहार्द और संवैधानिक जिम्मेदारी को लेकर बहस को और तेज़ कर दिया है। इससे पहले राज्यपाल सीवी आनंद बोस और हाई कोर्ट भी राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता जता चुके हैं, और केंद्रीय बलों की तैनाती की आवश्यकता बताई जा चुकी है। आरिफ मोहम्मद खान ने एएनआई के एक सवाल के जवाब में कहा, 'स्थिति चाहे जो भी हो, जो कोई भी लोगों को बांटने की कोशिश करेगा, कुरान में लिखा है कि उसे सजा मिलेगी।'
मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ित परिवारों से राज्यपाल सी.वी.आनंद बोस ने की मुलाकात
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा ने अब गंभीर राजनीतिक रंग ले लिया है। इस हिंसा में कई लोगों की मौत और दर्जनों घायल होने की घटनाएं सामने आई हैं। खासतौर पर शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में मारे गए हरगोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास की मौत ने पूरे घटनाक्रम को सियासी बहस के केंद्र में ला दिया है। इन दोनों के शव उनके घर से गंभीर चाकू के घावों के साथ बरामद किए गए थे, जिससे यह हिंसा की निर्ममता को दर्शाता है। इस संवेदनशील मामले को देखते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने हाल ही में हिंसा-प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
पीड़ित परिवारों को राज्यपाल ने दिया मदद का भरोसा
राज्यपाल ने परिजनों को हरसंभव मदद और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। मुलाकात के दौरान परिजनों ने स्पष्ट रूप से CBI जांच की मांग की और राज्य सरकार पर लचर सुरक्षा व्यवस्था का आरोप लगाया।
राजनीतिक हलकों में इस दौरे को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया है और कहा है कि कानून व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है। वहीं राज्य सरकार का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है और 138 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। परंतु घटनास्थल पर राज्यपाल की उपस्थिति यह संकेत देती है कि मामला अब महज कानून व्यवस्था का नहीं, बल्कि जनता के भरोसे और संवैधानिक जवाबदेही का मुद्दा बन चुका है।
Advertisement
कैसे भड़की थी मुर्शिदाबाद में हिंसा?
वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कुछ लोग इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के नाम पर इकट्ठा हुए थे। इस हिंसा को लेकर राज्य सरकार के कलकत्ता हाईकोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे के मुताबिक बताया गया कि हिंसा के दिन वक्फ संशोधन एक्ट के विरोध प्रदर्शन के लिए करीब 10,000 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। इस भीड़ में से कई लोगों के पास घातक हथियार भी थे। इन हथियारों से इन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी हमला किया था जिससे पुलिस को अपने अधिकारियों को बचाना पड़ा। इसी प्रदर्शनकारियों की भीड़ में एक शख्स ने सुरक्षा के लिए तैनात किए गए पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर भी छीन ली थी। इस भीड़ ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया और थोड़ी देर में ही उग्र हो गए। इस भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों में आग भी लगाई।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 20 April 2025 at 19:00 IST