अपडेटेड 29 January 2024 at 18:39 IST

लालू को आया ED का बुलावा, बिहार में चढ़ा सियासी पारा, रोहिणी भड़कीं तो उपेन्द्र कुशवाहा का आया जवाब

लालू यादव को ED द्वारा समन भेजे जाने पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा, BJP ने लालू पर कोई नया आरोप नहीं लगाया है। ये मामला तब शुरू हुआ जब लालू CM थे।

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Upendra Kushwaha
उपेन्द्र कुशवाहा | Image: ANI

Bihar Politics: पटना में मचे राजनीतिक उथल-पुथल के बीच  बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ( Lalu Yadav) सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए। नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू पूछताछ के लिए पटना ED दफ्तर पहुंचे। उनके साथ उनकी बेटी मीसी भारती भी मौजूद रहीं। अब ED के समन और लालू की पेशी पर  RLJD प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने प्रतिक्रिया दी है।

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को ED द्वारा समन भेजे जाने पर RLJD प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा, "लालू यादव की ओर से आज से नहीं पहले से ये बात की जा चुकी है। लालू यादव पर जो भ्रष्टाचार का आरोप है, ये मामला तब शुरू हुआ जब लालू यादव मुख्यमंत्री थे। जिस समय वे जेल गए उस समय उन्हीं के गठबंधन के लोग केंद्र सरकार में भी थे। तो उनके गठबंधन के लोग ही उनके ऊपर केस करवाया।

 BJP पर लालू यादव के आरोप गलत-उपेन्द्र कुशवाहा

उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि लालू परिवार BJP पर आरोपी लगाती है कि वो ED और CBI का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा ने अगर कुछ नया किया हो या भ्रष्टाचार का कोई आरोप लगाया हो तो ये कहा जा सकता है लेकिन ये मामला पुराना है तो चलेगा। जब तक जांच की प्रकिया पूरी नहीं हो जाती तब तक ये मामला चलेगा।"

लालू यादव से ईडी की पूछताछ पर भड़की रोहिणी

वहीं, लालू प्रसाद से कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में पूछताछ के बीच उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया साइड 'X' पर कई पोस्ट किए हैं, जिनमें उन्होंने नीतीश कुमार को गिरगिट और अपने पिता लालू को शेर बताया है। रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘ईडी अधिकारियों का अमानवीय व्यवहार आपके और आपके आका के लिए शर्म की बात है। सब को पता है पापा (लालू यादव) की हालात, बिना सहारे चल नहीं सकते। फिर भी बिना उनके सहायक के गेट के अंदर घुसा लिया। अनुरोध करने के बाद भी नहीं जाने दिया, मीसा दी या उनके एक सहायक को।’

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ED के सामने कब पेश होंगे तेजस्वी

बता दें कि यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में नौकरी दिलाने से जुड़ा है। 9 जनवरी को ED ने रेलवे में नौकरी के लिए जमीन से जुड़े धन शोधन मामले में आरोपपत्र दाखिल किया। इसमें लालू यादव के साथ-साथ राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को भी नामजद किया है। मंगलवार को तेजस्वी यादव भी ED के सामने पेश हो सकते हैं। 

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Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 29 January 2024 at 18:39 IST