Published 15:46 IST, August 26th 2024
झारखंड में सियासी हलचल के बीच CM हिमंता की चंपई पर आई प्रतिक्रिया, कहा- दिल्ली में हैं देखते...
चंपई सोरेन के एक फिर BJP के दामन थामने की चर्चा शुरू जोरो पर। तमाम सियासी बयानबाजी के बीच वो सोमवार को दोबारा से दिल्ली पहुंच गए हैं।
झारखंड में विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) की सुगबुगहाट के साथ ही सियासी खेल होना भी शुरू हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन (Champai Soren) के बगावती तेवर सामने आने के बाद बीते कई दिनों से राज्य में दल-बदल की राजनीति को लेकर कई तरहें की अटकलें लगाई जा रही। चंपई के BJP में शामिल होने के अटकलों के बीच सोमवार को वो फिर दिल्ली पहुंचे हैं। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का चंपई को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
चंपई सोरेन के एक फिर BJP के दामन थामने की चर्चा शुरू जोरो पर। तमाम सियासी बयानबाजी के बीच वो सोमवार को दोबारा से दिल्ली पहुंच गए हैं। उनके दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह समेत BJP के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की संभावना है। पिछली बार की तरह वो रविवार को सड़क मार्ग से कोलकता पहुंचे। यहां देर रात उनकी बंगाल BJP के नेता शुवेंदु अधिकारी से मुलाकात की बात सामने आ रही है। सो्मवार को चंपई कोलकाता से दिल्ली पहुंचे।
फिर दिल्ली दौरे पर चंपई सोरेन
चंपई सोरेने के बीजेपी शामिल की अटकलों पर भाजपा के झारखंड प्रभारी और सीएम हिमंता बिस्वा का बयान आया है। उन्होंने कहा कि वो पिछले 6 महीने से चंपई के संपर्क में हैं और वो चाहते हैं कि JMM के वरिष्ठ नेता BJP में शामिल हों। उन्होंने आगे कहा मैं व्यक्तिगत रूप से चाहता हूं कि चंपई सोरेन बीजेपी में शामिल हो जाएं और हमें मजबूत करें। लेकिन वह एक बड़े नेता हैं, मुझे नहीं लगता कि उन पर टिप्पणी करना सही है।
मैं चाहता हूं कि हेमंत सोरेन भी BJP में आएं-हिमंता
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हेमंत सोरेन भी भाजपा में शामिल हों। भाजपा का मतलब देशभक्ति है। हम झारखंड में घुसपैठियों को रोकने के लिए हेमंत सोरेन जी से बात करने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि झारखंड का सबसे बड़ा मुद्दा घुसपैठियों का आना है और भाजपा इस मुद्दे पर हेमंत सोरेन से चर्चा करने को तैयार है।
घुसपैठियों को झारखंड से बाहर निकालना है-हिमंता
हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा, चंपई सोरेन के पास 3 विकल्प हैं, वह अभी दिल्ली में हैं, उनके साथ बातचीत का रास्ता खुला है, देखते हैं भविष्य में क्या होता है। अगर हेमंत सोरेन सितंबर से पहले 5 लाख नौकरियां देते हैं, तो हम उनके साथ हैं। अगर वह घुसपैठियों के खिलाफ खड़े होते हैं, तो हम उनके साथ हैं। अगर वह मुहर्रम के दौरान हिंदुओं के साथ किए गए व्यवहार के खिलाफ खड़े होते हैं, तो हम उनके साथ हैं। हमारे लिए राष्ट्र पहले है। जेएमएम को हमारा समर्थन करना चाहिए, हम भी जेएमएम का समर्थन करते हैं, हमें घुसपैठियों को झारखंड से बाहर निकालना होगा।
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Updated 15:46 IST, August 26th 2024