अपडेटेड 29 July 2025 at 14:15 IST
पाकिस्तान तो कई बार गए, सीमा पर गए हो, -43 डिग्री में जवान रहते हैं; कोई घुस गया तो एनकाउंटर में मारा जाएगा- लोकसभा में विपक्ष पर अमित शाह का हमला
लोकसभा में विपक्ष पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तो कई बार गए, सीमा पर गए हो, -43 डिग्री में जवान रहते हैं; कोई घुस गया तो एनकाउंटर में मारा जाएगा।
- भारत
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भारतीय सेना का जांबाजों ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव चलाकर दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए। इसके बावजूद भी भारत के कुछ सियासतदान अक्सर सबूत मांगते नजर आते हैं। वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज सेना की ताकत और उनकी कठिनाइयों के बारे में बात की।
विपक्ष पर हमला करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, "सीमा पर कभी गए हो? पाकिस्तान तो कई बार गए हो। सीमा के माध्यम से पाकिस्तान गए हो? हमारे जवानों की कठिनाई देखो सब। -43 डिग्री में पहाड़ पर रहकर नदी-नालों के बीच में चौकी करते हैं। कोई घुस गया तो क्या होगा? कोई घुस गया तो बचेगा नहीं। हम या तो उसको अरेस्ट करेंगे या फिर एनकाउंटर में वो मारा जाएगा।"
कांग्रेस पर बरसे अमित शाह
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपके समय में घुसने की जरूरत ही नहीं थी। आप वीजा देकर बुलाते थे। क्यों घुसेंगे, घुसने की जरूरत ही नहीं। जैसे आप पाकिस्तान जाते हो वैसे वह यहां आते थे। कोटा का विरोध करने वालों को नरेंद्र मोदी की आतंक विरोधी नीति नहीं पसंद आएगी। कोटा रद्द करने वालों को मोदी की एंटी टेरर नीति पसंद नहीं आएगी। आतंकियों का बचाव कर वोटबैंक बनाने वालों को कोई नीति पसंद नहीं आएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि एक सुबह मैं नाश्ता कर रहा था, तभी मैंने टीवी पर देखा कि सलमान खुर्शीद सोनिया गांधी के आवास से रोते हुए बाहर आए। मुझे लगा कि कुछ गंभीर हुआ है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि सोनिया गांधी बाटला हाउस की घटना पर रो रही थीं। अगर उन्हें रोना ही था, तो उन्हें शहीद मोहन शर्मा के लिए रोना चाहिए था, बाटला हाउस के आतंकवादियों के लिए नहीं।
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केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी को घेरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "आज चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में है और भारत नहीं है। मोदी जी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का हिस्सा बने। इसके लिए जवाहरलाल नेहरू का रुख जिम्मेदार है... जब हमारे जवान डोकलाम में चीनी सैनिकों का सामना कर रहे थे, तब राहुल गांधी चीनी राजदूत के साथ बैठक कर रहे थे... चीन के लिए यह प्रेम जवाहरलाल नेहरू, सोनिया गांधी, राहुल गांधी से तीन पीढ़ियों तक चला आ रहा है..."
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 29 July 2025 at 14:15 IST