अपडेटेड 1 September 2024 at 15:06 IST
अक्सर आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी को देश का भगवाकरण करने का आरोप लगाने वाले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी खुद ही भगवा की शरण में आ गए हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर कट्टर हिन्दू नाम के पेज पर शेयर किया गया वीडियो कह रहा है। इस वीडियो में AIMIM चीफ को भगवा शॉल ओढ़ते हुए देखा जा सकता है। ओवैसी का ये वीडियो 16 अगस्त को इस पेज पर अपलोड किया गया है। इस वीडियो में सोशल मीडिया यूजर्स ओवैसी पर जमकर तंज कसते हुए दिखाई दे रहे हैं।
सोशल मीडिया में असदुद्दीन ओवैसी का भगवा शॉल ओढ़ने वाला वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ओवैसी सिर पर टोपी लगाकर भगवा शॉल ओढ़ते हुए दिखाई दे रहें हैं। वहीं इस वीडियो में कुछ लोग ओवैसी को फूलों का एक हार भी पहना रहे हैं। रिपब्लिक भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है लेकिन वायरल वीडियो पर कई सोशल मीडिया यूजर ओवैसी पर तरह-तरह के तंज कस रहे हैं। ओवैसी के इस वीडियो पर sanjaykumarkumre2457 नाम का यूजर कमेंट करते हुए लिखता है, 'बेटा अब बोल भारत माता की जय' तो वहीं lallu__bhaiya__bolte 𝔻𝕚𝕧𝕪𝕒𝕟𝕤𝕙 𝕟𝕒𝕪𝕒𝕜 नाम का यूजर कमेंट करता है कि ‘टोपी और उतार देनी चाहिए थी।’
वायरल वीडियो में तो हम देख ही रहें हैं कि अपने धर्म के प्रति कट्टर रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी भगवा ओढ़े हुए हैं, लेकिन ये कोई पहला ऐसा मौका नहीं है जब ओवैसी ने भगवा ओढ़ा हो। ओवैसी भले ही भगवा को लेकर अनाप-शनाप बयानबाजी करते रहे हों लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने भगवा ओढ़ा था। जब दो चरणों का लोकसभा चुनाव पूरा हो चुका था तब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी भगवा की शरण में नजर आए थे। 5 मई को एक चुनावी रैली में चुनाव प्रचार के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने भगवा ओढ़ा था जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।
उत्तर प्रदेश में 28 अगस्त को सूबे की योगी सरकार ने नई सोशल मीडिया पॉलिसी को मंजूरी दी थी जिसको लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार को घेरा था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया था कि अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए योगी सरकार यह नीति लेकर आई है। सोशल मीडिया पोस्ट में ओवैसी ने आगे कहा था, "अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई स्कीम चलाई है। स्कीम के तहत सोशल मीडिया पर बाबा की झूठी तारीफ करने से कोई आठ लाख रुपये तक कमा सकता है।"
पब्लिश्ड 1 September 2024 at 14:55 IST