अपडेटेड 14 February 2024 at 11:15 IST
UPI, रुपे कार्ड, निवेश संधि... PM मोदी के दौरे पर इन 8 समझौतों से भारत-UAE के रिश्ते और गहरे हुए
पीएम मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बैठक की, जिसमें दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए।
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PM Narendra Modi UAE Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनियाभर में भारत का डंका बज रहा है। पीएम मोदी खुद दुनिया के अलग-अलग देशों का दौरा करके ना सिर्फ वहां से रिश्ते मजबूत कर रहे हैं, नए भारत की धमक का प्रदर्शन भी कर रहे हैं। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर हैं, जो बेहद ऐतिहासिक है।
पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को मुस्लिम देश UAE में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं। स्वामी नारायण मंदिर का निर्माण भारत औऱ UAE के बीच सद्भाव के प्रतिक के तौर पर किया गया है। अबू धाबी में बने इस भव्य मंदिर का नाम BAPS हिंदू मंदिर है, जिसे BAPS संस्था के नेतृत्व में बनाया गया।
PM मोदी ने UAE में लॉन्च किया UPI- रूपे कार्ड
इसके पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बैठक की, जिसमें दोनों देशों के बीच कई समझौते भी हुए। इस दौरान पोर्ट्स, फिनटैक सहित कई कई सेक्टर्स में दोनों देशों के बीच MoU साइन कर एक्सचेंज किए गए। प्रधानमंत्री ने UAE में राष्ट्रपति अल नाहयान की मौजूदगी में UPI और रूपे कार्ड लॉन्च किया। मोदी ने नाहयान के साथ रूपे कार्ड से पेमेंट भी किया।
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भारत-UAE के बीच 8 समझौते
द्विपक्षीय निवेश संधि : यह समझौता दोनों देशों में निवेश को और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ द्विपक्षीय निवेश संधि और व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते दोनों पर हस्ताक्षर किए हैं।
इलेक्ट्रिकल इंटरकनेक्शन और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन: यह ऊर्जा सुरक्षा और ऊर्जा व्यापार सहित ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के नए क्षेत्रों को खोलता है।
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भारत-पश्चिम एशिया आर्थिक गलियारे पर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच एक अंतर सरकारी ढांचागत समझौता: यह इस मामले पर पिछली समझ और सहयोग पर आधारित होगा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए भारत और संयुक्त अरब अमीरात के सहयोग को बढ़ावा देगा।
डिजिटल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सहयोग पर समझौता ज्ञापन: यह डिजिटल बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश सहयोग सहित व्यापक सहयोग के लिए एक रूपरेखा तैयार करेगा और तकनीकी ज्ञान, कौशल और विशेषज्ञता को साझा करने की सुविधा भी प्रदान करेगा।
दोनों देशों के राष्ट्रीय अभिलेखागार के बीच सहयोग प्रोटोकॉल: यह प्रोटोकॉल अभिलेखीय सामग्री की बहाली और संरक्षण सहित इस क्षेत्र में व्यापक द्विपक्षीय सहयोग को आकार देगा।
विरासत और संग्रहालयों के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन: इससे दोनों देशों के बीच व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा, जिसका उद्देश्य लोथल, गुजरात में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर में सहयोग करना है।
UPI (भारत) और AANI (यूएई) को आपस में जोड़ने के बारे में समझौता: इससे दोनों देशों के बीच सीमा पार लेनदेन की निर्बाध सुविधा मिलेगी। यह माननीय प्रधानमंत्री की अबू धाबी यात्रा के दौरान पिछले साल जुलाई में हस्ताक्षरित इंटरलिंकिंग भुगतान और मैसेजिंग सिस्टम पर समझौता ज्ञापन का परिणाम है।
घरेलू डेबिट/क्रेडिट कार्डों- रुपे (भारत) और जयवान (यूएई) को आपस में जोड़ने पर समझौता: वित्तीय क्षेत्र में सहयोग कायम करने में एक महत्वपूर्ण कदम, इससे पूरे संयुक्त अरब अमीरात में रुपे की सार्वभौमिक स्वीकृति बढ़ेगी।
ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने पर भी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात के घरेलू कार्ड जयवान की शुरुआत पर राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को बधाई दी, जो डिजिटल रुपे क्रेडिट और डेबिट कार्ड राशि पर आधारित है। दोनों नेताओं ने ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने पर भी चर्चा की। उन्होंने सराहना की कि संयुक्त अरब अमीरात कच्चे तेल और एलपीजी के सबसे बड़े स्रोतों में से एक होने के अलावा, भारत अब एलएनजी के लिए दीर्घकालिक अनुबंध में प्रवेश कर रहा है।
यात्रा से पहले राइट्स लिमिटेड ने अबू धाबी पोर्ट्स कंपनी और गुजरात मैरीटाइम बोर्ड ने अबू धाबी पोर्ट्स कंपनी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। इनसे बंदरगाह के बुनियादी ढांचे के निर्माण और दोनों देशों के बीच सम्पर्क बढ़ाने में मदद मिलेगी।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 14 February 2024 at 10:37 IST