अपडेटेड 11 August 2024 at 14:57 IST
किसानों से मिलने खेत में पहुंच गए PM मोदी, जारी कीं ज्यादा उपज वाली 61 फसलों की 109 किस्में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने रविवार को फसलों की 109 किस्मों को जारी किया।
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PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने रविवार को फसलों की 109 किस्मों को जारी किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी भी हासिल की।
प्रधानमंत्री की तरफ से जारी की गई 61 फसलों की 109 किस्मों में 34 खेत की फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। खेत की फसलों में बाजरा, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य संभावित फसलों सहित विभिन्न अनाजों के बीज जारी किए गए। बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, रोपण फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में जारी की गईं। प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में फसलों की 109 उच्च उपज देने वाली, जलवायु अनुकूल और जैव-सशक्त किस्मों को जारी किया।
बाजरे के महत्व पर PM ने की चर्चा
इन नई फसल किस्मों के महत्व पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कृषि में मूल्य संवर्धन के महत्व पर जोर दिया। किसानों ने कहा कि ये नई किस्में अत्यधिक लाभकारी होंगी, क्योंकि इनसे उनका खर्च कम होगा और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने बाजरे के महत्व पर चर्चा की और इस बात पर जोर दिया कि कैसे लोग पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्राकृतिक खेती के लाभों और जैविक खेती के प्रति आम लोगों में बढ़ते क्रेज के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि लोगों ने जैविक खाद्य पदार्थों का सेवन और मांग करना शुरू कर दिया है।
किसानों ने सरकार के प्रयासों की सराहना की
किसानों ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। किसानों ने जागरूकता पैदा करने में कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) की भूमिका की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि केवीके को हर महीने विकसित की जा रही नई किस्मों के लाभों के बारे में किसानों को सक्रिय रूप से सूचित करना चाहिए ताकि उनके लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। प्रधानमंत्री ने इन नई फसल किस्मों के विकास के लिए वैज्ञानिकों की भी सराहना की। वैज्ञानिकों ने बताया कि वो प्रधानमंत्री के सुझाव के अनुरूप काम कर रहे हैं, ताकि अप्रयुक्त फसलों को मुख्यधारा में लाया जा सके।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 11 August 2024 at 14:13 IST