अपडेटेड 21 February 2024 at 12:07 IST
न्याय के लिए जीवन समर्पित...दिग्गज वकील नरीमन के निधन पर PM ने जताया शोक, जानिए किसने क्या कहा
पीएम मोदी ने फली एस नरीमन का निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए लिखा, उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों तक न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्पित कर दिया।
- भारत
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सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के दिग्गज वकील फली एस नरीमन (Fali S Nariman) का निधन हो गया। 95 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। अपने लंबे और शानदार करियर में नरीमन ने कई ऐतिहासिक मामलों की पैरवी की जिसमें राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग का चर्चित मामला भी शामिल है। इस आयोग को उच्चतम न्यायालय ने भंग कर दिया था। उनके निधन पर पीएम मोदी (PM Modi) ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को प्रसिद्ध कानूनविद् फली एस नरीमन के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों तक न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्पित कर दिया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर नरीमन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
नरीमन के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक
PM मोदी ने X पोस्ट में कहा, फली नरीमन उत्कृष्ट विधि विशेषज्ञों और बुद्धिजीवियों में से थे। उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों तक न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्पित कर दिया। मैं उनके निधन से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।
नरीमन का निधन एक युग का अंत-सिंघवी
पीएम मोदी के साथ ही सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने भी फली एस नरीमन के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने नरीमन को लिविंग लीजेंड बताया। सिंघवी ने अपने X पोस्ट में लिखा, नरीमन का निधन एक युग का अंत है। नरीमन को याद करते हुए सिंघवी ने कहा, उन्होंने ही कहा था कि इंसानों की गलती पर हॉर्स ट्रेडिंग वाक्यांश का इस्तेमाल घोड़ों का अपमान है, जो बहुत वफादार जानवर हैं। वह इतिहास के गूढ़ रहस्य खोज निकालते थे और बोलते समय अपनी बुद्धि से उन्हें अतुलनीय ढंग से जोड़ते थे। अपनी सभी विविध उपलब्धियों के अलावा, वह अपने सिद्धांतों पर अटल रहे।
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उनके बिना कोर्ट के गलियारे कभी भी पहले जैसे नहीं रहेंगे- सिब्बल
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने भी नरीमन के निधन पर शोक जताया और उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, भारत के एक महान सपूत का निधन। नरीमन न केवल हमारे देश के सबसे महान वकीलों में से एक थे बल्कि बेहतरीन इंसानों में से भी एक थे। वो सबके लिए एक महान व्यक्ति की तरह खड़े रहते थे। उनके बिना कोर्ट के गलियारे कभी भी पहले जैसे नहीं रहेंगे। उनकी आत्मा को शांति मिलें।
बता दें कि वरिष्ठ वकील फली एस नरीमन को उनके उत्कृष्ठ काम के लिए जनवरी 1991 में पद्म भूषण और 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने जून 1975 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी सरकार फैसले के खिलाफ एडिशन सॉलिलिटर जनरल पद से इस्तीफा दे दिया था।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 21 February 2024 at 11:44 IST