अपडेटेड 19 April 2025 at 10:14 IST

मालदा में पीड़ित हिंदुओं को राज्यपाल से मिलना था, दीवार बनकर खड़ी हो गई बंगाल की पुलिस, फूटा लोगों का गुस्सा

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैंने इस शिविर में रह रहे परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। मैंने उनके साथ विस्तार चर्चा की। मैंने उनकी शिकायतें सुनीं।

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People staged a protest outside a relief camp in the Malda
राज्यपाल से नहीं मिलने देने पर मालदा में लोगों ने प्रदर्शन किया. | Image: ANI

West Bengal News: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बिगड़े हालातों के बात ममता बनर्जी एक बार भी पीड़ित हिंदुओं से मिलने नहीं गई। पिछले दिन राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने समय निकाला और मालदा में राहत शिविर में समय काट रहे पीड़ित हिंदुओं से मुलाकात की। हालांकि यहां भी विवाद हुआ, क्योंकि कुछ पीड़ित हिंदू राज्यपाल के सामने आपबीती बताने की कोशिश में थे, लेकिन यहां पुलिस उनके लिए दीवार बन गई। लोगों ने आरोप लगाए कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया।

तस्वीरों में देखा गया कि कुछ लोग नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस उन्हें चारों ओर से घेर कर खड़ी हुई थी। लोगों को आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इससे नाराज लोगों ने अपना विरोध प्रदर्शन किया और नारे लगाए। काफी देर तक हंगामा होता रहा। लोग राज्यपाल से मिलने की जिद करते रहे, लेकिन पश्चिम बंगाल की पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।

मालदा में पीड़ितों से मिले राज्यपाल बोस

वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हुई हिंसक झड़पों के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को राज्य के मालदा जिले में स्थित पार लालपुर में एक राहत शिविर का दौरा किया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। अपने दौरे के दौरान गवर्नर बोस स्थानीय निवासियों से घिरे रहे, जिनमें से कई हिंसा के शिकार थे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने प्रभावित नागरिकों और प्रशासनिक कर्मियों के साथ मिलकर राहत उपायों की समीक्षा की।

अपने दौरे के बाद एएनआई से बात करते हुए राज्यपाल बोस ने कहा कि मैंने इस शिविर में रह रहे परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। मैंने उनके साथ विस्तार चर्चा की। मैंने उनकी शिकायतें सुनीं और उनकी भावनाओं को समझा। उन्होंने मुझे अपनी जरूरतों के बारे में भी बताया। निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने (महिलाओं ने) कहा कि उन्हें धमकाया गया, बदमाश उनके घरों में घुस आए और उनके साथ मारपीट की गई, अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 19 April 2025 at 10:14 IST