अपडेटेड 12 May 2025 at 10:05 IST
पाकिस्तान बेनकाब! आतंकी को छिपाने के लिए बोला इंटरनेशनल झूठ, अब बाहर निकलकर आ गई पूरी कुंडली
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, हाफिज अब्दुल रऊफ लश्कर-ए-तैयबा और उसके फ्रंट संगठनों के लिए चंदा इकट्ठा करता रहा है। जो ID कार्ड पाकिस्तान के DG ISPR ने दिखाया, उस पर लिखा है कि वो वेलफेयर विंग इंचार्ज, पीएमएमएल है।
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Hafiz Abdul Rauf: पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता (DG ISPR) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि वायरल तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति, जो कुछ पाकिस्तानी सैनिकों के साथ एक जनाजे में दिखाई दे रहा है, कोई आतंकी नहीं बल्कि एक मासूम परिवार वाला और धर्मगुरु है। उन्होंने इस व्यक्ति का राष्ट्रीय पहचान पत्र (ID कार्ड) भी दिखाया और कहा कि ये एक साधारण राजनीतिक कार्यकर्ता है। लेकिन जांच में सामने आया कि जिस व्यक्ति की पहचान DG ISPR ने बताई, उसकी सभी जानकारी- नाम, जन्मतिथि, और यहां तक कि नेशनल ID नंबर- पूरी तरह मेल खाती है उस व्यक्ति से, जिसे अमेरिका ने विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (Specially Designated Global Terrorist) घोषित किया है। वो व्यक्ति है हाफिज अब्दुल रऊफ।
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, हाफिज अब्दुल रऊफ लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और उसके फ्रंट संगठनों के लिए चंदा इकट्ठा करता रहा है। जो ID कार्ड पाकिस्तान के DG ISPR ने दिखाया, उस पर लिखा है कि वो वेलफेयर विंग इंचार्ज, पीएमएमएल (PMML) है- यानी वो अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए एक राजनीतिक या धार्मिक संगठन के नाम का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तानी सेना ने जिस व्यक्ति को धार्मिक प्रचारक बताया, वो वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी है। इससे ये साफ होता है कि पाकिस्तान जानबूझकर आतंकियों को संरक्षण दे रहा है और दुनिया की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है।
कौन है हाफिज अब्दुर रऊफ?
US डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा की शीर्ष नेतृत्व टीम में शामिल हाफिज अब्दुल रऊफ साल 1999 से संगठन के लिए काम कर रहा है। रऊफ, लश्कर के फ्रंट संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन- यानि FIF का मुखिया है, जो राहत कार्यों की आड़ में आतंकी गतिविधियों के लिए फंड इकट्ठा करता है। 2008 में मुंबई हमलों के बाद जब लश्कर पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा, तब रऊफ ने FIF के बैनर तले पाकिस्तान में चंदा इकट्ठा करने का कार्यक्रम आयोजित किया। बताया जाता है कि 2009 में इस कार्यक्रम से भारी मात्रा में फंड इकट्ठा किया गया।
सीधे हाफिज सईद से जुड़े तार
रऊफ सीधे तौर पर लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद के निर्देशों पर काम करता है। साल 2008 में रऊफ को लश्कर का डायरेक्टर ऑफ ह्यूमैनिटेरियन रिलीफ नियुक्त किया गया था, जबकि 2003 में वो डायरेक्टर ऑफ पब्लिक सर्विस था। अगस्त 2008 में, हाफिज सईद के कहने पर, रऊफ ने पाकिस्तान के बाजौर क्षेत्र में राहत और फंडरेज़िंग गतिविधियों की समीक्षा के लिए एक टीम का नेतृत्व किया।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 12 May 2025 at 10:05 IST