अपडेटेड 14 May 2025 at 12:19 IST

'पाकिस्तान खुद सीजफायर की भीख मांग रहा, अब भारत आतंकवाद नहीं सहेगा'- केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत का बयान

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ Zero Tolerance की नीति पर अडिग है।

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Union Minister Gajendra Shekhawat
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत | Image: ANI

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ Zero Tolerance की नीति पर अडिग है। जो भारत कभी सहता था, अब वह घर में घुसकर जवाब देता है। पाकिस्तान अब खुद सीजफायर की गुहार लगा रहा है, क्योंकि उसे नया भारत समझ आ गया है। शेखावत ने यह भी साफ किया कि इंडस वॉटर ट्रीटी के तहत जो पानी भारत के हिस्से का है, वह अब पाकिस्तान नहीं पाएगा। अब भारत का पानी भारत में ही रहेगा।

22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का अश्वस्त किया था कि आतंकवादियों और उसके पनहगारों को उम्मीद से अधिक कठिन सजा दी जाएगी। पीएम मोदी के द्वारा तय इस मकसद को पूरा करने के लिए भारत के सुरक्षबलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया।

संजय सेठ बोले- ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ

केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों की पहचान कर उनके धर्म के आधार पर की गई हत्या एक घिनौनी और कायराना हरकत थी।' उन्होंने बताया कि इस दुस्साहस का जवाब भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत दिया, जिसमें मिनटों में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। संजय सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा कि यह ऑपरेशन अभी समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि सिर्फ स्थगित है। यदि पाकिस्तान या आतंकियों ने फिर कोई दुस्साहस किया तो उन्हें पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।

आतंकी ठिकानों को ध्वास्त किया गया 

ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों और उनके आकाओं को तो ध्वस्त किया ही गया, साथ ही पाकिस्तान की आर्मी को भी हमले झेलने पड़े। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों में पाकिस्तान एयरफोर्स (PAF) के बुनियादी ढांचे का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा तबाह हो गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारत के इन हमलों के दौरान पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान भी तबाह हुए हैं।

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हमले पाकिस्तान द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिशों के जवाब में किए गए। भारत ने करारा पलटवार करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के प्रमुख गोला-बारूद डिपो और हवाई अड्डों को निशाना बनाया, जिनमें सरगोधा और भोलारी जैसे प्रमुख एयरबेस शामिल हैं। यहां पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 और जे-17 लड़ाकू विमान तैनात थे। भोलारी एयरबेस पर हुए हमले में स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ सहित 50 से अधिक सैनिक भी मारे गए, जिसमें वायु सेना का चार सैनिक भी शामिल थे।

जैकबाबाद स्थित शाहबाज एयरबेस की हमले से पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें भारी तबाही को दर्शाती हैं। एलओसी पर भी भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में कई आतंकी बंकर और पाकिस्तानी सेना की चौकियां नष्ट हुईं। पहले ही यह जानकारी दी जा चुकी है कि एलओसी पर भारी गोलीबारी में पाकिस्तान सेना के 35-40 जवान मारे गए हैं। वहीं, PAF के कुछ लड़ाकू विमानों के भी नष्ट होने की पुष्टि हुई है। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी एयरबेस पर हुए नुकसान और इंटरसेप्ट किए गए ड्रोन और मिसाइलों के सबूत जारी किए। इससे भारत की सैन्य क्षमता और रक्षा प्रणाली की मजबूती उजागर हुई।

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ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर 70 देशों को ब्रीफ किया

डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (DIA) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डी एस राणा ने 70 देशों के फॉरेन सर्विस अटैशे (FSA) को "ऑपरेशन सिंदूर" की सफलता पर ब्रीफ किया। उन्होंने बताया कि कैसे आतंकी ठिकानों से जुड़े टारगेट चुने गए और कैसे सटी और तेज और कार्रवाई से भारत ने अपने इस उद्देश्य को हासिल किया।

आईडीएस हेडक्वार्टर ने एक पोस्ट में कहा, "संयुक्त अभियान और तीनों सेनाओं के ज़रिए 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारत ने स्वदेशी हथियार प्रणालियों की क्षमता का प्रदर्शन किया है। साथ ही अंतरिक्ष, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध जैसे क्षेत्रों में तकनीकी का लोहा मनवाया है।" लेफ्टिनेंट जनरल राणा ने पाकिस्तान द्वारा चलाई जा रही भारत विरोधी दुष्प्रचार मुहिम और उसके क्षेत्रीय शांति पर प्रभावों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने "Whole of Nation" दृष्टिकोण अपनाकर उस झूठे नैरेटिव को तत्काल प्रभाव से नष्ट किया। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता सैन्य तनाव रूस और चीन के लिए एक मुश्किल स्थिति उत्पन्न कर सकता है, क्योंकि दोनों देशों के इन दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसियों से करीबी संबंध हैं।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 14 May 2025 at 12:19 IST