अपडेटेड May 7th 2025, 09:19 IST
भारत ने पूरी दुनिया को एक बार फिर बता दिया कि वो किसी भी कीमत पर आतंक को बर्दाशत नहीं करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकियों को मिट्टी में मिलाने की जो कसम खाई थी उसे पूरा कर दिखाया। भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला PoK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक ले लिया। भारत की इस जवाबी कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया है। सेना ने इस सेना के इस सफल ऑपरेशन के बाद पूरा देश जश्न मना रहा है। वहीं, इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के कलेजों का आज जाकर ठंडक मिली है। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के पिता ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए मोदी जी को धन्यवाद दिया है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी की भी मौत हो गई थी। वो अपनी पत्नी के साथ शादी के बाद कश्मीर घुमने गए थे। आतंकियों ने शुभम की पत्नी के सामने उसके सुहाग को उजाड़ा था। इस हमले का बाद पूरा परिवार उस पल का इंतजार कर रहा था कि आतंकियों का खात्मा कब होगा। अब ऑपरेशन सिंदूर पर शुभभ के पिता की प्रतिक्रिया आई है।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभभ द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि जिस पल का इंतजार हम पिछले 15 दिनों से कर रहे थे आखिरकार वो आ गया। बेटे के गम के बीच पहली बार आज कलेजे को ठंडक मिली है। प्रधानमंत्री को धन्यवाद। 140 करोड़ की जनता के मन की बात को, दिल के दर्द को पीएम मोदी ने समझ। पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद को खत्म करने का काम किया गया
पीएम मोदी का आभार जताते हुए शुभम के पिता ने आगे कहा, हमारे दिल के दर्द पर आज मरहम लगा और ठंडक मिली। शुभम की आत्मा को आज शांति मिली होगी। हमारी वीर सेनाओं को धन्यवाद, वीर जवानों को धन्यवाद, देश की रक्षा के लिए धर्म का पालन किया। पाकिस्तान में बैठे आतंकी राक्षसों का नाश किया। देश के लोग गर्व अनुभव कर रहे हैं। सैनिकों को वीरता के लिए सलाम करता हूं। बस आतंकी शिविर दोबारा ना चालू हो पाएं, चालू होने से पहले ही उनका नाश कर दिया जाए इतनी ही हमारी मांग है।
सजंय द्विवेदी ने कहा कि पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद को जिस तरह भारतीय सेना ने कुचला है, उसके लिए मैं सेना का आभारी हूं। जब से ये खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। ये पहलगाम में मारे गए सभी निर्दोष लोगों को असली श्रद्धांजलि है। वहीं, शुभम की पत्नी ऐशान्या ने रिपब्लिक भारत से खास बातचीत में कहा कि मैं शुक्रिया करती हूं मोदी सरकार और इस ऑपरेशन से जुड़े सभी लोगों और भारतीय सेना की जिन्होंने हमारे सिंदूर का बदला ले ही लिया। आज ये न्यूज देखकर, हम जो 26 औरतें हैं जिनकी पहलगाम में सिंदूर मिटा दी गई थी, उन्हें कहीं ना कहीं शांति मिली है। हमारा जो चला गया, वो कभी वापस नहीं आएगा लेकिन जो इस दुनिया में नहीं रहे उनकी आत्मा को शांति मिलेगी।''
पब्लिश्ड May 7th 2025, 08:55 IST