अपडेटेड 23 April 2025 at 13:35 IST

Pahalgam Terror Attack: 2025 के सबसे बड़े हमले में कितने पर्यटकों की मौत? मृतकों के नाम और किस शहर से वास्ता? देखिए पूरी List

साल 2025 के अब तक के सबसे भयानक पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। लिस्ट जारी की गई है जिसमें मृतकों के नाम और शहर का नाम लिखा है।

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How many tourists died Pahalgam Terror Attack
पहलगाम आतंकी हमले की दर्दनाक लिस्ट | Image: ANI/x/insta

Pahalgam Terror Attack tourists Died: पहलगाम की हसीन वादियां गोलियों की गूंज से दहल उठीं। साल 2025 के अब तक के सबसे भयानक आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। लेकिन ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं। ये वो नाम हैं, जिनके पीछे एक-एक टूटता हुआ परिवार, बिखरते सपने और अधूरी कहानियां हैं। कोई अपनी नई दुल्हन के साथ हनीमून पर था, तो कोई रिटायरमेंट के बाद सुकून के दो पल बिताने आया था। इन नामों के साथ अब सिर्फ शोक जुड़ा है और हर शहर के कोने में सिसकती यादें।

पहलगाम आतंकी हमले की दर्दनाक लिस्ट : 

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कुछ लोगों की कहानियां...

मरने वाले लोगों की लिस्ट के हर नाम के पीछे एक पूरी जिंदगी थी, जो अब खत्म हो गई, सभी के वादे, सपने सबकुछ अधूरा रह गया। कुछ लोगों की कहानियां सामने आई हैं, जो झकझोर कर रख देने वाली हैं। जाने गवाने वाले टूरिस्ट पहलगाम की वादियों से घर लौट कर नहीं आ पाए। अब उनके नाम सिर्फ एक लिस्ट में दर्ज है। मारे गए पर्यटकों के पीछे रह गए परिवारों और उनके बच्चों का खालीपन कश्मीर की वादियां कभी नहीं भर पाएंगी।

मंजू नाथ शिवमू ( कर्नाटक) 

मंजू नाथ शिवमू  पहली बार कश्मीर देखने आए थे। मंजूनाथ राव का डल लेक का एक आखिरी वीडियो भी सामने आया है। चार दिन पहले वो अपनी पत्नी और बच्चे के साथ कश्मीर घूमने आए थे, वो और उनकी पत्नी पहलगाम में आतंकवादियों की गोली का शिकार हो गए। हर कोई उनकी मुस्कान देख भावुक हो रहा है, क्योंकि अब सिर्फ कुछ तस्वीरें और ये आखिरी वीडियो बची हैं।

 

विनय नरवाल :  

लेफ्टिनेंट विनय की पत्नी की मेहंदी भी नहीं उतरी थी...

कश्मीर की वादियों में नया जीवन शुरू करने पहुंचे थे लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी। हनीमून का हर लमहा यादगार बनने वाला था, लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने सब खत्म कर दिया। विनय नरवाल की 16 अप्रैल को शादी हुई थी, लेकिन 22 अप्रैल को पत्नी ने अपने पति को खो दिया। सिर्फ 6 दिन में जीवन की सबसे बड़ी खुशी मातम में बदल गई।

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Pahalgam Terror Attack indian navy officer vinay narval killed got married on 16th April Kashmir terror attack
PC : x

 

शुभम द्विवेदी

2 महीने पहले ही हुई थी शादी

पहलगाम के इस हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर के शुभम द्विवेदी भी मारे गए हैं। पहलगाम हिंसा में आतंकवादियों की गोली का शिकार हुए नवयुवक शुभम द्विवेदी के घर शोक का माहौल है। घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा है, अभी 2 महीने पहले ही 12 फरवरी को शुभम की शादी हुई थी।

Kanpur man killed in Kashmir
पत्नी बोली मुझे भी मार दो... आतंकियों ने ये जवाब दिया 

शुभम के पिता संजय द्विवेदी सीमेंट के कारोबारी हैं। शुभम अपनी पत्नी के साथ जम्मू कश्मीर घूमने गया था। शुभम को आतंकी हमले का निशाना बन गया। आतंकवादियों ने जब शुभम को मारा तो उसकी पत्नी ने कहा की पति के साथ मुझे भी मार दो। इसपर आतंकियों ने इनकार करते हुए कहा कि हम तुमको नहीं मारेंगे। तुमको जिंदा छोड़ रहे हैं जाकर अपनी सरकार को बताओ कि हमने क्या किया है।

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सुशील नथानियल  (मध्य प्रदेश )

एक पिता थे, रक्षक थे.. अब शहीद हो गई

कश्मीर की खूबसूरत वादियों में जब गोलियों की गूंज उठी, तब सुशील नथानियल जो सिर्फ एक पर्यटक नहीं थे, वो अपने परिवार के लिए दीवार बनकर खड़े थे। इंदौर के वीणा नगर निवासी, सुशील पेशे से एलआईसी अफसर थे और छुट्टियों में परिवार के साथ पहलगाम गए थे। आतंकियों ने उन्हें कलमा पढ़ने को कहा, धर्म पूछा और जब उन्होंने अपना ईसाई होना बताया, तो गोलियों से छलनी कर दिया गया। उन्होंने पत्नी जेनिफर को छिपा दिया और खुद सामने आ खड़े हुए। बेटी आकांक्षा घायल हुई, लेकिन सुशील की कुर्बानी ने उनके परिवार को बचा लिया।

J&K Terror Attack: पहलगाम हमले में इंदौर के सुशील नथानियल की मौत, बेटी भी घायल, परिवार ने बताया खौफनाक मंजर

 

सय्यद हुसैन शाह- अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर)

पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले अनंतनाग निवासी सैयद हुसैन शाह की मां आपबीती बताते हुए भावुक हुईं।

 

दिनेश मिरानिया (छत्तीसगढ़ )

रायपुर के कारोबारी दिनेश मिरानिया अपने परिवार के साथ कुछ खुशनुमा पल बिताने कश्मीर की वादियों में गए थे। गर्मी की छुट्टियों में मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम की वादियों में जहां मुस्कानें गूंजनी थीं, वहां आतंक की गोलियों ने सन्नाटा भर दिया। जब गोलियां चलीं दिनेश अपने परिवार के साथ थे। धर्म और नाम पूछकर आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पीछे रह गईं पत्नी, बेटा, बेटी…और एक ऐसा खालीपन, जिसे न कश्मीर की वादियां कभी नहीं भर सकती हैं।

दिनेश मिरानिया की पत्नी, बेटी और बेटे की तस्वीर है। चारों घूमने के लिए पहलगाम गए थे।

संदीप नेवपाणे- नेपाल

ट्रैवल ब्लॉगर थे संदीप नेवपाणे, नेपाल से भारत घूमने आए थे। सोशल मीडिया पर शांति और प्रकृति की तस्वीरें शेयर करते थे।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 23 April 2025 at 11:56 IST