अपडेटेड April 27th 2025, 22:59 IST
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार जारी है। भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानियों को दश छोड़ने का आदेश दे दिया है। पहले इसके लिए 48 घंटे का समय दिया गया था। हालांकि, अब इसे बढ़ाकर 29 अप्रैल तक कर दिया गया है। इस बीच मेरठ के सरधना इलाके की रहने वाली सना को पाकिस्तान ने का वाघा बॉर्डर पर रोक दिया गया। उसके पास पाकिस्तान की नागरिकता न होने कारण में वहां एंट्री नहीं मिली।
बता दें, सना की 5 साल पहले पाकिस्तान के डॉ ताहिर से शादी हुई थी और वह एक हफ्ते पहले ही शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत में अपने मायके आई थी। पाकिस्तान की बहू सना के बच्चों के पास पाकिस्तान का पासपोर्ट है, लेकिन उसके पास बारत का। मेरठ के सरधना से पाकिस्तान में शादी कर मेरठ लौटी सना को पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर हालात के चलते अपने दो बच्चों संग वापस भेजा जा रहा है।
घोसियान निवासी पीरुद्दीन की बेटी सना की शादी पाकिस्तान में हुई थी। कुछ दिन पहले ही वो 45 दिन के वीजा पर भारत आई थी, लेकिन इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को डिपोर्ट करने का आदेश जारी किया। इसके तहत मेरठ प्रशासन ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस की खुफिया टीम ने सना और उसके दोनों बच्चों को शुक्रवार सुबह सुरक्षा के बीच वाघा बॉर्डर के लिए रवाना किया। लेकिन बॉर्डर बंद होने के कारण उसे पाकिस्तान में प्रवेश नहीं मिल पाया। पाकिस्तानी सेना ने सना को ये कहते हुए वापस भेज दिया कि उसके पास पाकिस्तान की नागरिकता नहीं है। सना के दो मासूम बच्चे हैं- एक बेटा और एक बेटी। सना की बच्ची महज एक साल की है।
सना के परिजन कहते हैं कि वो पहलगाम में हुए आतंकी हमले से बेहद दुखी है। उनकी बच्ची यहां फंस गई है। अब जो रास्ता सरकार निकालेगी वो सही होगा । फिलहाल सना और दोनों बच्चें एलआईयू की निगरानी में अपने सरधना में मायके में रह रही है। प्रशासन पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क कर आगे की प्रक्रिया पूरी करने में जुटा है।
पब्लिश्ड April 27th 2025, 22:59 IST