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अपडेटेड May 2nd 2025, 18:36 IST

पहलगाम हमले में मिला सुराग! आतंकिवादियों की पहचान करने वाली महिला से NIA ने की पूछताछ, फोन पर अफसरों ने की बात

पहलगाम हमले के आतंकवादियों की पहचान करने वाली महिला एकता तिवारी से NIA के अधिकारियों ने पूछताछ की।

Reported by: Digital Desk
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पहलगाम हमले के दो आतंकियों को पहचानने वाली महिला से NIA ने की पूछताछ। | Image: X/Republic

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जब आतंकवादियों का स्कैच जारी किया गया, तो जौनपुर की पूर्व बैंककर्मी एकता तिवारी ने सामने आकर बड़ा खुलासा किया था। एकता ने स्कैच जारी होने के बाद दो आतंकियों की पहचान की थी। उनकी तस्वीरें भी साझा की थी। एकता ने बताया था कि जो लोग उन्हें ऊपर लेकर जा रहे थे कैसे उनसे धर्म के बारे में पूछ रहे थे। वहीं अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जौनपुर की पूर्व बैंककर्मी से पूछताछ की है।

एकता ने हाल ही में पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले में शामिल दो आतंकियों की पहचान की थी। गुरुवार शाम करीब 5:30 बजे NIA अधिकारियों ने एकता को फोन कर लगभग चार मिनट तक बातचीत की और उनके मोबाइल में मौजूद संबंधित तस्वीरें मांगी। जम्मू-कश्मीर घूमने गई महिला ने कहा, "हम 20 लोगों का एक समूह थे और 20 अप्रैल को पहलगाम पहुंचे थे। उसी दिन हमें कुछ संदिग्ध लगा, इसलिए हम बैसरन इलाके से लगभग 500 मीटर पहले ही उतर गए - जहां हमला हुआ था। आस-पास के कुछ लोगों के इरादे ठीक नहीं लग रहे थे। हमें दबाव बनाकरप बोला जा रहा था कि कुरान पढ़ा करो।"

एकता ने कहा कि मैं आपको सीधे तौर पर बता दूं कि हमलोग सबसे पहले श्री नगर गए। 16 अप्रैल को वहां पहुंचकर हम दो दिनों तक घूमे। उसके बाद सोनमर्ग और फिर पहलगाम गए। हमने उनसे पूछा कि यहां क्या-क्या घूमने की जगह है,तो उन्होंने कहा कि बैसराना जाइए, सबसे ऊपर। वो घूमने की जगह है। हम खच्चर से वहां गए। दो लोग हमें बीच में मिले, वो हमसे ऐसे ही बात कर रहे थे तो हमें लगा कि शायद हम उनकी मदद करें।

महिला आगे बताती है कि उन्होंने मुझसे पूछा कि आपलोग कहां से हो, तो मैंने बताया कि मैं राजस्थान से हूं लेकिन बनारस से आ रही हूं। उन्होंने फिर पूछा कि आप क्या करते हो, तो मैंने बोला कि पहले तो मैं SBI में मैनेजर थी, लेकिन अभी मैं मॉडलिंग करती हूं। इसपर उसने बोला कि ये हो ही नहीं सकता है। आप या तो फोर्स में हो या फिर वकील हो।

'उसने पूछा आपलोग किस धर्म से हो?'

उन्होंने आगे कहा कि वो लोग पूछने लगे कि आपके ग्रुप में कितने लोग आए, तो हमने बताया कि हम 20 लोग हैं। फिर उन्होंने पूछा कि आपलोग किस धर्म से हो। इसपर मैंने कहा कि हमलोग हिंदू हैं, लेकिन मेरे साथ वाले सारे मुस्लिम हैं। फिर उन्होंने अमरनाथ के लिए बोला कि घूमने आओ। मैंने कहा कि रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। इसपर उसने कहा कि रजिस्ट्रेशन कराने की क्या जरूरत है।

इसपर महिला ने उन लोगों से पूछा कैसे लेकर जाओगे। इसपर उसने जवाब दिया कि आप आना तो बताना। महिला ने जब मोबाइल नंबर मांगे तो उसने नंबर देने से इनकार कर दिया। उसने महिला से कहा कि आप हमें लोकेशन और तारीख बता दो, हम वहां आ जाएंगे।

'आप कुरान क्यों नहीं पढ़ी हो?'

महिला ने बताया कि उसने पूछा कि आप कुरान क्यों नहीं पढ़ी हो। मैं कुरान का टीचर हूं। मुझे पूरा याद है औपको सीखनी चाहिए। तबतक दूसरे कश्मीरी ने रुद्राक्ष माले को लेकर सवाल करने लगा। महिला को यहीं से उस आदमी पर शक हुआ कि ये लोग गलत हैं और कुछ गलत करना चाह रहे हैं।

'35 बंदूकें भेज दिया हूं... लड़का जा रहा...'

महिला ने बताया कि वो कुछ बात कर रहे थे कि ब्रेक फेल नहीं हो पाया है। प्लान बी। इसपर 35 बंदूके भेज दिया हूं मैं एक लड़का गया है। घाटी में रखा है। जो बंदूकों की बात कर रहा था, उसकी हमने फोटो ले ली। स्केच जब हमने देखा तो हमने तुरंत पहचान लिया। कोई वहां होता तो हमारे साथ बदसलूकी नहीं होती। मुजे थप्पड़ मारा गया, मेरे भाईयों का कॉलर खींचा गया। वो हमें ऊपर जाने के लिए फोर्स कर रहे थे।

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पब्लिश्ड May 2nd 2025, 18:36 IST