अपडेटेड 26 June 2024 at 14:34 IST

विपक्षी नेताओं ने कहा: आशा है लोकसभा अध्यक्ष विपक्ष को आवाज उठाने का अवसर देंगे

लोकसभा में विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह विपक्ष को सदन में आवाज उठाने का पर्याप्त अवसर देंगे।

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Lok Sabha Speaker Om Birla
Lok Sabha Speaker Om Birla | Image: Sansad TV

लोकसभा में विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह विपक्ष को सदन में आवाज उठाने का पर्याप्त अवसर देंगे। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बिरला को बधाई देते हुए कहा, ‘‘मैं आपके दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने पर आपको बधाई देना चाहता हूं। मैं पूरे विपक्ष की ओर से, ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से आपको बधाई देना चाहता हूं।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदय, यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के संरक्षक हैं। निस्संदेह, सरकार के पास सत्ता की शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है।’’ उनका कहना था कि विपक्ष सदन चलाने में पूरा सहयोग करेगा, लेकिन यह भी जरूरी है कि विपक्ष को सदन के अंदर लोगों की आवाज उठाने का मौका मिले। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आशा है कि हमें अपनी आवाज उठाने, भारत के लोगों की आवाज उठाने का मौका मिलेगा।’’

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनका ‘अंकुश’ विपक्ष के साथ साथ सत्तापक्ष पर भी रहेगा तथा निष्कासन जैसी कार्रवाई नहीं होगी। उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लोकसभा सदस्य यादव ने कहा, ‘‘जिस पद पर आप बैठे हैं उससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। हम सब यही मानते हैं कि यह बिना भेदभाव के आगे बढ़ेगा और लोकसभा अध्यक्ष के रूप में आप हर सांसद और हर दल को बराबरी से मौका देंगे।’’ उन्होंने कहा ‘‘निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। हम सबकी अपेक्षा है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज दबाई न जाए और न ही दोबारा निष्कासन जैसी कार्रवाई सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए।’’ यादव ने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदय, आपके इशारे पर सदन चलना चाहिए, इसका उलटा नहीं होना चाहिए। हम आपके हर न्यायसंगत फैसले के साथ खड़े हैं।’’

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने भी बिरला को बधाई दी। उन्होंने कहा ‘‘मेरी यह धारणा बनी है कि आधिकारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष नहीं होने पर सदन सही ढंग से नहीं चलता। हम खुश हैं कि देश को नेता प्रतिपक्ष मिल गया है।’’ उन्होंने बिरला से कहा, ‘‘आपकी नीयत अच्छी हो सकती है, लेकिन कभी कभी आपको सत्तापक्ष के दबाव के आगे झुकना पड़ जाता है... 146 सांसदों का निलंबन एक दिन में हुआ है।’’ बंदोपाध्याय ने कहा कि सत्तापक्ष को यह प्रयास करना होगा कि सदन सुचारू रूप से चले।

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द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी आर बालू ने कहा, ‘‘मैं आपसे निष्पक्ष और निरपेक्ष रहने का अनुरोध करता हूं।’’ शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत ने उम्मीद जताई कि बिरला के इस कार्यकाल में उनकी (विपक्ष की) आवाज को संबल मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास किये जाएं कि सदन चले, ताकि जनता को न्याय मिले। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘पिछले कार्यकाल में आपने हमेशा हम सबका ख्याल रखा, कोविड के दौरान भी हमेशा हर संसद का हालचाल पूछा। सभी का विभिन्न प्रकार से ख्याल रखने के लिए आपको और संसद के सभी कर्मचारियों को आभार।’’

उन्होंने कहा कि लेकिन जब 150 सदस्य निलंबित किये गये तो (उन्हें) बहुत दुख हुआ था। उन्होंने कहा, ‘‘अब आपसे आग्रह है कि निलंबन की कार्रवाई नहीं करेंगे। बातचीत से भी बात बन सकती है। संसद चलाना सत्तापक्ष की जिम्मेदारी होती है और नये (संसदीय कार्य) मंत्री से बहुत अपेक्षाएं हैं।’’

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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अध्यक्ष संविधान और संसद के संरक्षक होते हैं और उनसे गुजारिश है कि वह छोटी पार्टियों को भी ज्यादा मौका देंगे। ओवैसी ने कहा, ‘‘हकीकत यह है कि सरकार के पास संख्या है लेकिन जनादेश नहीं है। विपक्ष के पास जनादेश है। इसलिए छोटे दलों को मौका दिया जाए। मैं उस समुदाय से आता हूं जिसकी नुमाइंदगी इस सदन में केवल 4 प्रतिशत है। उन्हें मौका दिया जाए।’’ एआईएमआईएम सदस्य ने कहा कि सरकार को लोकसभा उपाध्यक्ष का निर्वाचन करके अध्यक्ष के काम के बोझ को कम करना चाहिए।

वाईएसआरपी के पी वी मिथुन रेड्डी ने सदन को सुचारू तरीके से चलाने में अपनी पार्टी के पूर्ण सहयोग का वादा किया। राष्ट्रीय जनता दल से पहली बार चुनकर आए अभय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘‘आशा करता हूं कि नये सदस्यों को आपका संरक्षण मिलता रहेगा।।’’ इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के ईटी मोहम्मद बशीर ने बिरला से निष्पक्षता की अपेक्षा जताई, तो शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने छोटी पार्टियों को भी सदन में बात रखने के लिए पर्याप्त समय दिये जाने का अनुरोध किया। रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के एन के प्रेमचंद्रन ने उम्मीद जताई कि अध्यक्ष विपक्ष को संरक्षण देते रहेंगे और विपक्षी सदस्यों की वैध मांगों पर विचार करेंगे।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अमराराम, विदुथलाई चिरूथईगल काची (वीसीके) के टी. तिरुमावलवन और आम आदमी पार्टी के राजकुमार चब्बेवाल ने भी बिरला को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) के नवनिर्वाचित सदस्य चंद्रशेखर ने कहा कि उनकी पार्टी और वह खुद सदन में नये हैं और उन्हें आशा है कि उन्हें वंचितों की आवाज उठाने का पर्याप्त मौका मिलेगा और अध्यक्ष का संरक्षण भी प्राप्त होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने कहा कि बिरला अब किसी एक पार्टी के नहीं हैं, बल्कि पूरे सदन के अध्यक्ष हैं। केरल कांग्रेस के सदस्य के. फ्रांसिस जॉर्ज ने बिरला के पिछले कार्यकाल में सदस्यों के निलंबन का उल्लेख करते हुए कहा कि उम्मीद है इस बार ऐसी कार्रवाई नहीं होगी।

सत्तारूढ़ राजग के घटक दलों के नेताओं ने भी बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी। शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बर्णे ने कहा कि अध्यक्ष का पिछला कार्यकाल भी अच्छा था और उम्मीद है कि इस बार भी वह सबको साथ लेकर चलेंगे। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि पिछली बार भी बिरला ने नये सांसदों और महिला सदस्यों को पर्याप्त मौका दिया था, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी में महिला सदस्य एवं युवा सांसद हैं और हमें विश्वास है कि इस बार भी आप (हमारे सांसदों को) संरक्षण देंगे।’’

अपना दल (सोनेलाल) की सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, ‘‘संसदीय इतिहास में केवल पांच अध्यक्ष दोबारा चुने गये, लेकिन किसी ने 10 साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया। उम्मीद है कि आप यह रिकॉर्ड पूरा करेंगे।’’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुनील तटकरे ने भी अध्यक्ष को अपनी पार्टी की ओर से बधाई दी। जनसेना पार्टी के बालाशोरी वल्लभनेनी और निर्दलीय राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी अध्यक्ष बिरला को बधाई दी। भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने कहा कि राजस्थान की जनता उन्हें (बिरला को) अध्यक्ष बनते देख बहुत खुश है। तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के लावू श्रीकृष्ण देवरायलु ने बिरला को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में लोकतंत्र सुदृढ़ और सशक्त होगा। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि बिरला के पिछले कार्यकाल में जिस तरह नये सांसदों को मौका दिया गया और उनका कौशल विकास किया गया, वह सराहनीय है।

Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 26 June 2024 at 14:34 IST