अपडेटेड 27 May 2025 at 23:43 IST

कुवैत में ओवैसी, तो फ्रांस में रविशंकर प्रसाद ने पाकिस्तान को किया बेनकाब, कहा- पाक सेना और सरकार आतंकियों के साथ

कुवैत में ओवैसी तो फ्रांस में रविशंकर प्रसाद ने पाकिस्तान को विश्वपटल पर बेनकाब कर दिया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पाक सेना और सरकार आतंकियों के साथ है।

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Ravi shankar prasad and asaduddin owaisi.
रविशंकर प्रसाद और असदुद्दीन औवैसी ने पाकिस्तान की जमकर लगाई क्लास। | Image: ANI/File Photo

भारतीय जनता पार्टी के सांसद रविशंकर प्रसाद फ्रांस में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में फ्रांस को बता रहे हैं। फ्रांस में रविशंकर प्रसाद ने पाकिस्तान के खोखले दा वों की पोल खोल दी। इस  दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की हुई हार के बावजूद सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोशन करने को लेकर पाक पर जमकर कटाक्ष किया।

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "सबसे हास्यास्पद पहलू यह था कि जिस जनरल की सेना भारत के हाथों निर्णायक रूप से पराजित हुई थी, उसे फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया। यह इनकार की स्थिति है।" बता दें, पाकिस्तान की सरकार सैन्य असफलताओं के बावजूद संघर्ष के दौरान जनरल मुनीर के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए परिणाम को "ऐतिहासिक जीत" के रूप में पेश कर रही है।

पाकिस्तानी सेना की हार के बाद भी मुनीर को मिला प्रमोशन

जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान के इतिहास में फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत होने वाले केवल दूसरे सेना अधिकारी बन गए। 1958 से 1969 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे अयूब खान को देश के पहले फील्ड मार्शल होने का गौरव प्राप्त है। उल्लेखनीय रूप से, 1958 में तख्तापलट और राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद, इस सर्वोच्च सैन्य पद पर उनकी पदोन्नति स्व-नियुक्ति थी। मुनीर की पदोन्नति से यह भी संकेत मिलता है कि पाकिस्तान में वास्तव में कौन फैसले लेता है। सरकार ने एक ऐसी पदोन्नति को मंजूरी दी है जो देश के नागरिक नेतृत्व पर सेना प्रमुख के प्रभुत्व को और मजबूत करती है।

4 युद्धों में एक भी भारत ने शुरू नहीं किया: रवि शंकर प्रसाद

उन्होंने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच चार स्पष्ट युद्ध हुए हैं, 1948, 1965, 1971 जिसमें बांग्लादेश का निर्माण हुआ और कारगिल युद्ध। इनमें से कोई भी भारत द्वारा शुरू नहीं किया गया था। मैं दोहराता हूं, इनमें से कोई भी भारत द्वारा शुरू नहीं किया गया था... सभी भारत सरकार ने... पाकिस्तान और पीएम मोदी ने 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ को भी आमंत्रित किया था। वह उनके पोते की शादी में शामिल होने के लिए उनके कहने पर पाकिस्तान भी गए थे। और उसके बाद यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। इस बार भारत ने बहुत स्पष्ट शब्दों में बता दिया है कि अब तक और आगे नहीं।"

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उन्होंने कहा कि एक नया मानदंड स्थापित किया गया है। हमने केवल आतंकवादी ढांचे पर हमला किया था। हमने पाकिस्तान को बता दिया था कि हम आगे नहीं बढ़ना चाहते। हम केवल आतंकी ढांचे पर हमला करना चाहते थे। 10 मई की सुबह, उनके डीजीएमओ ने हमारे डीजीएमओ से बात की... हमारा संदेश स्पष्ट था, आप रुकें, हम रुकें... आतंकवाद का कोई भी कृत्य युद्ध की कार्रवाई के रूप में माना जाएगा।"

ओवैसी ने की पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने की मांग

वहीं दूसरी ओर ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताने के लिए असदुद्दीन ओवैसी प्रतिनिधिमंडल के साथ कुवैत पहुंचे हैं। कुवैत में पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा और इसके साथ ही उन्होंने पाक को ग्रे लिस्ट में डालने की मांग भी की। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल किया जाएगा और यह बहुत अहम है, क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है, तो पाकिस्तान आतंकवादियों की भर्ती करना बंद नहीं करने वाला है।"

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 27 May 2025 at 23:43 IST