अपडेटेड May 8th 2025, 14:32 IST
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय हमलों में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए। वहीं राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि अगर पाकिस्तान हमला करता है तो भारत जवाबी हमला करेगा। आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सपा के रामगोपाल यादव समेत तमाम दलों के नेता मौजूद रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में पहली बार सरकार ने एयरस्ट्राइक में मारे गए आतंकियों का आंकड़ा बताया है। राजनाथ सिंह ने बताया कि ऑपरेशन में कम से कम 100 आतंकी मारे गए हैं। उन्होंने बैठक में कहा कि हम बात को आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन अगर पाकिस्तान कुछ करता है तो हम भी पीछे नहीं हटेंगे।
हालांकि बैठक के बाद सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने जो जानकारी मीडिया को दी, उसमें 100 आतंकियों के मारे जाने की बात नहीं कही गई। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने बताया, "बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिन्होंने सभी को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और सभी नेताओं ने अपने सुझाव दिए। सभी नेताओं ने ऐसे समय में परिपक्वता दिखाई है जब हम सभी एक साथ काम कर रहे हैं। सभी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की और उन्हें बधाई दी और कहा कि हम सरकार और सशस्त्र बलों का समर्थन करेंगे। हमें कुछ सुझाव भी मिले हैं... रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सिर्फ शासन करने के लिए सरकार नहीं बनाते हैं।"
अधिकारियों को बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया, रिजिजू ने बताया
मंत्री किरण रिजिजू ने बताया, "राजनीतिक दल जनता की आवाज हैं और नेता एक स्वर में बोलते हैं। मुझे लगता है कि यह हमारी सफलताओं में से एक है... ऑपरेशन सिंदूर के पहले हमले के बाद जो कुछ चल रहा है, उसके बारे में बताना अच्छा नहीं है और इसलिए अधिकारियों को बैठक में नहीं बुलाया गया।"
असदुद्दीन ओवैसी ने की यह मांग
सर्वदलीय बैठक के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "सरकार के पास कश्मीर में पाकिस्तान से भिड़ने और कश्मीरियों को अपनाने का सुनहरा अवसर है।" उन्होंने कहा, "पुंछ में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उन्हें आतंकवाद पीड़ित घोषित किया जाना चाहिए और सरकार को उन्हें मुआवजा देना चाहिए और उनके लिए घर मुहैया कराना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन के कारण उन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है, मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह है कि बहावलपुर और मुरीदके, दो ज्ञात आतंकवादी स्थल नष्ट कर दिए गए।"
पब्लिश्ड May 8th 2025, 13:35 IST