अपडेटेड 27 July 2024 at 15:10 IST

खेती में ड्रोन के इस्तेमाल की केंद्र की योजना का केवल एक संस्था लाभ उठा रही : गोवा सरकार

गोवा सरकार ने विधानसभा को बताया है कि खेती में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना का गोवा में केवल एक संस्था लाभ उठा रही है।

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Goa CM Pramod Sawant
सीएम प्रमोद सावंत | Image: Facebook

गोवा सरकार ने विधानसभा को बताया है कि खेती में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना का गोवा में केवल एक संस्था लाभ उठा रही है।

राज्य के कृषि मंत्री रवि नाइक ने शुक्रवार को निर्दलीय विधायक एलेक्सियो रेजिनाल्डो लौरेंको को बताया कि अब तक साल्सेट तालुका के लौतोलिम में स्थित ‘डॉन बॉस्को लौटोलिम सोसाइटी’ ही खेती के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है, जिसे उसने कृषि विभाग से सब्सिडी प्राप्त कर खरीदा था।

उन्होंने कहा, ‘‘गोवा सरकार कई पहलों और साझेदारियों के माध्यम से कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही है, जिसका उद्देश्य कृषि पद्धतियों में दक्षता लाना और उन्हें सतत बनाना है।’’

केंद्र प्रायोजित कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (एसएमएएम) योजना के तहत किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए वित्तीय सहायता या सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है।

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नाइक ने कहा कि केंद्र प्रायोजित योजना के तहत ड्रोन और संबंधित उपकरणों के आधार मूल्य पर 40 प्रतिशत की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जो अधिकतम चार लाख रुपये तक हो सकती है।

उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि मशीनीकृत और पारंपरिक खेती की तुलना में ड्रोन से खेती के कई फायदे हैं।

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नाइक ने कहा कि विशेष रूप से फसल को उर्वरक प्रदान करने, उर्वरकों एवं कीटनाशकों के संपर्क में आने के कारण किसानों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम से बचाने और निर्धारित कार्यों को करने के लिए लागत एवं समय आदि में कमी लाने के लिहाज से ड्रोन का इस्तेमाल फायदेमंद है।

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 27 July 2024 at 15:10 IST