अपडेटेड 13 June 2024 at 09:25 IST
आज खुलेंगे 5 साल से बंद जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार, ओडिशा में BJP सरकार का बड़ा फैसला
शपथ ग्रहण के ठीक एक दिन बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी पुरी जगन्नाथ मंदिर में पूजा करने पहुंचे।
- भारत
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ओडिशा में नई सरकार का गठन हो गया है। गुरुवार को मोहन चरण माझी ने सीएम पद की शपथ ली। शपथ लेने के साथ उन्होंने कैबिनेट बैठक बुलाई जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए। बीजेपी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर सभी द्वार को खोलने का फैसला लिया। गुरुवार को 5 साल से बंद जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
ओडिशा में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। पहली बार यहां कमल खिला और BJP 78 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी। चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में पुरी मंदिर के चारो द्वार खेलने का वादा किया था। जीत के साथ ही बीजेपी अपने वादे को पुरा करने जा रही है। आज पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खुलने जा रहे हैं।
पुरी जगन्नाथ मंदिर पहुंचे CM माझी
शपथ ग्रहण के ठीक एक दिन बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी पुरी जगन्नाथ मंदिर में पूजा करने पहुंचे। उनके साथ उनके कैबिनेट में शामिल कई और मंत्री भी भगवान का दर्शन करने मंदिर पहुंचे हैं। इस दौरान पुरी के सांसद संबित पात्रा, बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और पार्टी के अन्य नेता भी उपस्थित रहे। सीएम की मौजूदगी में 5 साल से बंद जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार श्रद्धालुओं के लिए आज खोल दिए जाएंगे।
आज खुलेंगे जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार
इस खास मौके पर ओडिशा सरकार के मंत्री सूर्यबंशी सूरज ने कहा, "प्रभु जगन्नाथ के आर्शीवाद के बिना हम सत्ता में नहीं आते और चुनाव के दौरान हमने कहा था कि हम चारों द्वार खोलेंगे। आज मंदिर के चारों द्वार खुलने जा रहे हैं। यहां मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य मौजूद हैं। सीएम भी मौजूद हैं। हमने कल शपथ ली और हम आज द्वार खोल रहे हैं। सरकार के इस फैसले से श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है।
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नई सरकार का बड़ा फैसला
बता दें कि बीजू जनता दल (BJD) नीत पूर्व सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान मंदिर के चारों द्वार को बंद करने का फैसला लिया था। श्रद्धालु केवल एक ही द्वार से प्रवेश कर सकते थे। ऐसे में श्रद्धालुओं को भारी भीड़ का सामना करना पड़ता था। सभी द्वार खोलने की मांग लंब समय से हो रही थी। चारों द्वार खुलने से मंदिर प्रशासन को भी भीड़ नियंत्रित करने में परेशानी नहीं होगी। बुधवार को नई सरकार ने कैबिनेट बैठक में मंदिर के संरक्षण के लिए 500 करोड़ रुपये का एक कोष स्थापित करने का फैसला लिया है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 13 June 2024 at 08:23 IST