अपडेटेड 15 July 2025 at 08:27 IST
मौत से जंग हार गई बालासोर की छात्रा, HOD के यौन उत्पीड़न से तंग आकर किया था आत्मदाह, CM बोले- दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा
HOD के यौन उत्पीड़न से तंग आकर आत्मदाह करने वाली छात्रा का एम्स भुवनेश्वर में निधन हो गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने परिवार को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
- भारत
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Odisha Student Death : ओडिशा के बालासोर में स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की छात्रा का निधन हो गया है। इलाज के दौरान एम्स भुवनेश्वर में रात करीब 11:45 बजे छात्रा ने अंतिम सांस ली। छात्रा ने इस महीने की शुरुआत में अपने एचओडी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की कोशिश की थी, वो टीचर के उत्पीड़न से परेशान थी।
इस मामले में FM ऑटोनॉमस के निलंबित प्रिंसिपल दिलीप घोष को SDJM कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि छात्रा ने प्रोफेसर द्वारा उत्पीड़न और प्रिंसिपल द्वारा कार्रवाई न किए जाने से परेशान होकर कॉलेज के गेट पर आत्मदाह करने की कोशिश की थी। प्रिंसिपल पर शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप है। छात्रा की मौत के बाद बीजू जनता दल (BJD) और कांग्रेस के कार्यकर्ता महिला सुरक्षा को लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने छात्रा के निधन पर दुख जताया है।
परिवार से मिली उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा
खुदको आग लगाने से छात्रा का शरीर करीब 90 फीसदी तक झुलस गया था। एम्स के डॉक्टर पिछले तीन दिनों से छात्रा को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे थे। मौत के बाद ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा पीड़ित परिवार से मिलने एम्स भुवनेश्वर पहुंची। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है कि हम सब मिलकर भी उन्हें नहीं बचा सके। सरकार इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
पहले भी की थी आत्महत्या की कोशिश
वहीं, छात्रा के आत्मदाह के प्रयास पर बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि “यह मामला कई दिनों से चल रहा है। शुरुआत में कॉलेज ने पुलिस को आश्वासन दिया था कि वे पांच दिनों में जांच समिति की रिपोर्ट पूरी कर देंगे। कुछ दिन पहले, लड़की और उसके दोस्तों ने मुझे इस घटना के बारे में बताया। जिसके बाद मैंने प्रिंसिपल और एसपी से बात की। प्रिंसिपल ने कहा कि जांच समिति मामले की जांच कर रही है और पांच दिनों में वे इसे सुलझा लेंगे। लड़की ने मुझे बताया था कि उसने इस वजह से पहले भी एक बार आत्महत्या का प्रयास किया था।”
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प्रताप सारंगी ने कहा कि जब उन्होंने छात्रा के आत्मदाह की कोशिश करने की खबर सुनी, तो उन्होंने प्रिंसिपल को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। जब उन्होंने समिति की जांच रिपोर्ट देखी, तो पाया कि जांच पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है। उनकी रिपोर्ट छात्रा के बयान से बिल्कुल मेल नहीं खाती।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 15 July 2025 at 07:58 IST