अपडेटेड May 2nd 2025, 17:21 IST
नेशनल हेराल्ड मामले में शुक्रवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरा ने कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) , राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सैम पित्रोदा समेत पांच लोगों के नोटिस जारी किया है। 15 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मामले में चार्जशीट (Charge Sheet) दाखिल की थी, आज कोर्ट ने आरोपियों को इसीलिए नोटिस जारी किया है ताकि यह तय किया जा सके कि चार्जशीट स्वीकार करनी है या नहीं।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से उनके खिलाफ दायर चार्जशीट पर नोटिस जारी किया है, साथ ही मामले की अगली तारीख 8 मई, 2025 तय की है।
अदालत ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य प्रस्तावित आरोपियों को आरोपपत्र के संज्ञान के समय "सुने जाने का अधिकार" है। कोर्ट ने आगे कहा कि निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए किसी भी स्तर पर सुनवाई का अधिकार आवश्यक है, जिससे नोटिस जारी करने की आवश्यकता पर बल मिलता है।
नेशनल हेराल्ड मामले में चार्जशीट दाखिल
बता दें कि 15 अप्रैल को नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा के खिलाफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में अभियोजन शिकायत (प्रोसिक्यूशन कंप्लेंट) दाखिल की। इस चार्जशीट में सुमन दुबे और अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं।
क्या है नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस?
यह मामला कांग्रेस नेताओं, विशेष रूप से सोनिया गांधी और राहुल गांधी, पर लगे उन आरोपों से जुड़ा है, जिनमें कहा गया है कि उन्होंने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की संपत्तियों के स्वामित्व और नियंत्रण को लेकर धोखाधड़ी की। AJL वही कंपनी है जो नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन करती है।
जांच के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों से ईडी पूछताछ कर चुकी है। राहुल गांधी से आखिरी बार जून 2022 में पूछताछ हुई थी, जबकि सोनिया गांधी से यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) के संचालन में उनकी भूमिका को लेकर सवाल किए गए थे। YIL, गांधी परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसने AJL में हिस्सेदारी हासिल की थी।
यह जांच 2014 में शुरू हुई थी, जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि गांधी परिवार और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने AJL की करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां महज 50 लाख रुपये में हासिल की थीं।
पब्लिश्ड May 2nd 2025, 17:21 IST