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Published 21:41 IST, August 30th 2024

NIA ने मिजोरम हथियार, विस्फोटक जब्ती मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया

Mizoram: सभी 10 आरोपियों पर भारत-म्यांमा सीमा के जरिए हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी के नेटवर्क में सक्रिय संलिप्तता का आरोप लगाया गया है।

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National Investigation Agency
National Investigation Agency | Image: PTI/file

New Delhi: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने म्यांमा स्थित विद्रोही समूहों से जुड़े मिजोरम हथियार और विस्फोटक जब्ती मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

बयान में कहा गया कि सभी 10 आरोपियों पर भारत-म्यांमा सीमा के जरिए हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी के नेटवर्क में सक्रिय संलिप्तता का आरोप लगाया गया है।

म्यांमा में रह रहे कुछ भगोड़े भी शामिल

आइजोल में विशेष एनआईए अदालत के समक्ष दायर आरोपपत्र में आरोपियों की पहचान लालरिंतलुआंगा, लालदिनपुइया, जोरेमसंगा, लालबियाक्तलुआंगा, लालरिनसांगा, जोथनमाविया, हेनरी सियांगनुना, जे रोहलुपुइया, लालदिनपुइया और डेविड लालरामसांगा के रूप में की गई है।

एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया कि आरोपियों में म्यांमा में रह रहे कुछ भगोड़े भी शामिल हैं।

मामला मई 2022 में आइजोल जिले के कुलिकावन थाना क्षेत्र में केलसिह गांव के बाहरी इलाके में दो वाहनों से बड़ी मात्रा में विस्फोटक, आग्नेयास्त्र और गोला-बारूद की जब्ती के बाद दर्ज किया गया था।

बयान में कहा गया कि एनआईए की जांच में म्यांमा में मौजूद विद्रोहियों द्वारा अपने देश के साथ-साथ मिजोरम में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर म्यांमा में मौजूदा शासन के खिलाफ लड़ रहे मिलिशिया समूहों के सशस्त्र संघर्ष का समर्थन करने के लिए हथियार आदि खरीदने की साजिश का खुलासा हुआ है।

म्यांमा के नागरिक लालरिनसांगा के साथ साजिश

इसमें कहा गया कि उन्होंने म्यांमा में सक्रिय समूहों को आपूर्ति करने के वास्ते हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की अवैध रूप से तस्करी करने के लिए आइजोल में रहने वाले म्यांमा के नागरिक लालरिनसांगा के साथ साजिश रची थी।

एनआईए ने कहा कि लालरिनसांगा ने लाइसेंस प्राप्त विस्फोटक डीलर डेविड लालरामसांगा और सी लालदिनसांगा के साथ-साथ उनके सहयोगियों- लालबियाट्लुआंगा तथा जोथनमाविया के साथ तंत्र स्थापित किया और म्यांमा पहुंचाने के लिए बड़ी मात्रा में विस्फोटक खरीदे थे।

जांच के अनुसार, अन्य आरोपी भी म्यांमा के विद्रोहियों को अवैध हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति में सीधे तौर पर शामिल थे।

एनआईए ने कहा, ‘‘जब्त किए गए हथियारों, विस्फोटकों आदि पर बैच नंबर और क्यूआर कोड से पता चला है कि मौजूदा मामले में खेप की आपूर्ति गुवाहाटी स्थित विस्फोटक फर्म अल्बरीन एक्सप्लोटेक द्वारा की गई थी।’’

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Updated 21:41 IST, August 30th 2024