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Published 22:41 IST, October 10th 2024

NIA ने अलगाववाद को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति के चेन्नई स्थित घर पर तलाशी ली

NIA ने हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) विचारधारा के माध्यम से अलगाववाद को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार एक मुख्य आरोपी के चेन्नई स्थित आवास पर छापेमारी की।

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NIA court sentences 6 to imprisonment in Bihar railway track IED planting case
प्रतीकात्मक तस्वीर | Image: Representational

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) विचारधारा के माध्यम से अलगाववाद को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार एक मुख्य आरोपी के चेन्नई स्थित आवास पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि एनआईए ने इस मामले के सिलसिले में मंगलवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से फैज-उल-रहमान को गिरफ्तार किया था।

सरकार ने इस्लामी समूह हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) को बृहस्पतिवार को प्रतिबंधित कर दिया और कहा कि इसका उद्देश्य जिहाद और आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर इस्लामी राष्ट्र और खलीफा शासन स्थापित करना है। वैश्विक इस्लामी समूह एचयूटी 1953 में यरुशलम में बनाया गया था।

एनआईए के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “चेन्नई में फैज-उल-रहमान के घर पर विस्तृत तलाशी ली गई, जिस दौरान डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।”

बयान में कहा गया है कि रहमान ने कथित तौर पर समूह के अन्य गिरफ्तार सदस्यों के साथ मिलकर अलगाववाद को बढ़ावा देने और कश्मीर को आजाद कराने के लिए पाकिस्तान से सैन्य सहायता प्राप्त करने की कोशिश की थी।

इसमें कहा गया है, “इस साजिश का उद्देश्य हिंसक जिहाद के जरिए भारत सरकार को उखाड़ फेंककर खलीफा/इस्लामी शासन स्थापित करना था।”

बयान के मुताबिक, साजिश के तहत समूह के सदस्यों ने एचयूटी की विभाजनकारी विचारधारा को फैलाने के लिए गुप्त बैठकें कीं।

इसमें कहा गया है, “आरोपी ने अपने अलगाववादी एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए पूरे तमिलनाडु में कई अभियान चलाए थे और देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ काम करके लोगों को विभाजित करने का प्रयास कर रहे थे।”

Updated 22:41 IST, October 10th 2024