अपडेटेड 9 November 2024 at 20:41 IST

महिलाओं के कपड़ों का नाप न लें मेल टेलर, जानिए इस फैसले पर क्या बोलीं महिलाएं और पुरुष दर्जी

महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में एक नया नियम लागू, लखनऊ में दर्जियों और ग्राहकों के बीच कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।

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Taylor's statement
टेलर की दुकान | Image: ANI / Representative

Tailor Reaction in Lucknow : महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में एक नया नियम लागू किया गया है, जिससे लखनऊ में दर्जियों और ग्राहकों के बीच कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। बाजार में काम कर रही महिलाओं का कहना है कि पुराने अनुभवी कारीगरों के साथ माप लेने में कोई समस्या नहीं होती, लेकिन नए नियम से सुरक्षा की भावना बढ़ेगी है।

कई दुकानदारों का मानना है कि यह बदलाव महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से एक अच्छा कदम है। एक दुकानदार ने कहा, 'दूसरी औरत को छूने पर हम भी असहज महसूस करते थे। नए नियम से हम भी राहत महसूस कर रहे हैं।' हालांकि, कुछ कारीगरों ने चिंता जताई है कि इस नए नियम से उनकी लागत में वृद्धि होगी। उनका कहना है कि अतिरिक्त सावधानियों के चलते वक्त और संसाधनों का खर्च बढ़ सकता है, जो उनके व्यवसाय पर असर डाल सकता है। वहीं, कई बाजार में कारीगर धीरे-धीरे इस बदलाव को स्वीकार कर रहे हैं। 

व्यवसाय पर पड़ेगा असर, खर्च बढ़ेगा- नए कारीगर 

एक ओर पुराने कारीगरों को इस बदलाव से कोई परेशानी नहीं है, वहीं नए कारीगरों को खुद को ढालने में थोड़ा समय लग सकता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह नया कदम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश सकारात्मक दिशा है, हालांकि इससे व्यापारिक प्रक्रिया में थोड़ी जटिलता भी आ सकती है। लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे अपनाने में पीछे नहीं हटेंगे। 

महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश- बबीता चौहान

भारत में अक्सर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी बड़ी चर्चाएं तो होती हैं लेकिन ग्राउंड पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कैसे होगी इसको लेकर कम ही नियम बनाए जाते हैं, उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने एक ऐसा आदेश दिया है, जिसे यकीनन महिलाओं को कुछ तो सहजता महसूस होगी ही। दरअसल बबीता सिंह चौहान ने आदेश दिया है कि जिम, ब्यूटी पार्लर, सैलून और टेलर की दुकानों में महिला ट्रेनर्स और कर्मचारियों की नियुक्ति को अनिवार्य करना होगा। उनका मानना है कि इस कदम से महिलाओं के लिए एक सुरक्षित माहौल बनने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर उभर कर आएंगे।

डॉ. बबीता सिंह चौहान के इस निर्णय का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाना और सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर है। बबीता ने ये भी स्पष्ट किया कि पुरुष कर्मचारियों को हटाया नहीं जाएगा, बल्कि उनके साथ महिला कर्मचारियों की भी नियुक्ति की जाएगी, ताकि जिम, ब्यूटी पार्लर और टेलर की दुकानों में महिलाएं और भी सुरक्षित और सहज महसूस कर सकें।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 9 November 2024 at 20:41 IST