अपडेटेड 11 July 2025 at 16:28 IST
Murliwale Hausla: मौत के मुंह से निकलने वाले मुरली ने सबके सामने 4 खतरनाक सांपों से खुद को कटवाया तो लोगों के उड़े होश, फिर क्या हुआ...
सपेरे के दावे के बाद मुरलीवाले हौसला ने सपेरे के सभी सांपों को एक के बाद एक करके खुद को डसवा लिया। मुरलीवाले हौसला ने कहा कि आपने दावा किया था कि इस सांप के काटने के 2 घंटे के भीतर मेरी मौत हो जाएगी। तो अब मैं मरने वाला हूं। इसी दौरान उन्होंने दूसरे सांप से भी खुद को कटवा लिया।
- भारत
- 5 min read

मशहूर यूट्यूबर और सर्पमित्र मुरलीवाले हौसला ने अब तक लगभग 8 हजार सांपों से भी अधिक सांपों का रेस्क्यू किया है। इस बार उन्होंने एक अलग-अलग तरह से 4 सांपों से खुद को कटवाया और फिर एक विषखोपड़ा से भी खुद को कटवाया फिर क्या हुआ? वीडियो देखने वाले हर शख्स के मन में ये सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर मुरलीवाले हौसला को क्या हो गया कि वो खुद को सांप से कटवाने लगे? इतना ही नहीं मुरलीवाले हौसला ने वहां मौजूद एक सपेरे के पिटारे से एक-एक करके 4 सांपों को निकाला और खुद को कटवा लिया। इस दौरान सपेरे के पास एक विषखोपड़ा भी था जिसके मुंह में मुरलीवाले हौसला ने अपने हाथ डाल दिए थे और फिर भी वो उन्हें नहीं काटा।
दरअसल मुरलीवाले हौसला ने ये एक जागरुकता अभियान चलाया था वो भी एक सपेरे के सामने उसके झूठ को जनता के सामने लाने के लिए। सांपों के बारे में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए मुरलीवाले हौसला अब अपने यूट्यूब पर लगातार ऐसे वीडियो शेयर कर रहे हैं जिसमें वो सपेरों के चंगुल में फंसे सांपों को छुड़ाने के लिए नए-नए तरीके से अभियान चला रहे हैं और इस दौरान वो उन सपेरों से सांपों के बारे में पूछताछ भी करते हुए चल रहे हैं दरअसल वो उन सपेरों की उन बातों को जिसमें वो झूठ बोलकर लोगों से ठगी करते हैं उसका खुलासा कर रहे हैं। इस अभियान के तहत मुरलीवाले हौसला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में पहुंचे। इस बार मुरलीवाले हौसला को मस्तराम चौहान नाम के शख्स ने फोनकर बुलाया था। ये ग्राम बखरवां, पोस्ट मस्कनवा, थाना छपिया और जिला गोंडा के रहने वाले हैं।
3 साल के मासूम की हुई थी सांप काटने से मौत
इस गांव में एक गरीब परिवार में एक तीन साल के मासूम को सर्पदंश का शिकार होना पड़ा। इसी दौरान वहां एक बुजुर्ग सपेरा आया जिसके साथ एक नौजवान था। इस सपेरे ने दावा किया कि मैं आपके घर में छिपे सांप को पकड़ लूंगा। इसके बाद उसने बीन बजानी शुरू की। इसके पहले इस सपेरे ने इस गरीब परिवार से 10000 रुपए की मांग की थी इसके बाद मोलभाव करते-करते मामला इस पर टिका कि जितने भी सांप या जानवर निकलेंगे उतने 2000 रुपए और देखते ही देखते इस घर से एक के बाद एक करके 4 सांप और एक विषखोपड़ा निकला। अब मामला फिर मोलभाव पर होने लगा आते-आते मामला 5000 रुपये पर थमा। गरीब परिवार के मुखिया जिनका 3 साल का बेटा सांप काटने से मर गया था, उन्होंने गिड़गिड़ाते हुए इस सपेरे से 4500 रुपये पर मामला तय करने की बात कही, लेकिन वो नहीं माना और 5000 रुपए पूरे लेकर ही माना।
अगर किसी को काट ले तो 2 घंटे से ज्यादा नहीं बचेगा...
इसी दौरान मुरलीवाले हौसला भी वहां पहुंचे और उन्होंने उस सपेरे से सांपों के बारे में पूछताछ की। मुरलीवाले हौसला ने जब सपेरे के पिटारे के सांपों को देखा तो उनके बारे में पूछा इस पर सपेरे ने बताया, 'ये बहुत ही विषैले सांप हैं अगर ये किसी को काट लें तो महज दो घंटे में उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ जाएगा।' सपेरे ने विषखोपड़ा दिखाते हुए आगे कहा, 'अगर इस जानवर ने काट लिया और काटकर पलट गया तो फिर आपको कोई नहीं बचा सकता है।' इस बातचीत के दौरान मुरलीवाले हौसला ने उस सपेरे से पूछा कि आपने कितने पैसे लिए हैं इन सांपों को पकड़ने के लिए तो उसने बताया कि 5 हजार रुपए लिए हैं। उसने कहा कि मेहनत की है और बहुत मुश्किल से इन सांपों को पकड़ा है मेहनताना तो बनता है।
Advertisement
मुरलीवाले हौसला ने कर दिया सपेरे का भंडाफोड़
सपेरे के दावे के बाद मुरलीवाले हौसला ने सपेरे के सभी सांपों को एक के बाद एक करके खुद को डसवा लिया। मुरलीवाले हौसला ने कहा कि आपने दावा किया था कि इस सांप के काटने के 2 घंटे के भीतर मेरी मौत हो जाएगी। तो अब मैं मरने वाला हूं। इसी दौरान उन्होंने दूसरे सांप से भी खुद को कटवा लिया। इतना ही नहीं जब उन्होंने इन सांपों से खुद को डसवाया तो सपेरे को पसीने आने लगे। मुरलीवाले हौसला ने पूछा भी कि सांप तो मुझे काट रहा है लेकिन पसीने आपको क्यों आने लगे? इसके बाद मुरलीवाले हौसला ने उस सपेरे के पिटारे में बंद विषखोपड़ा को भी अपने हाथों में लिया और उसके मुंह में अपनी हथेलिया डाल दीं लेकिन कुछ नहीं हुआ। वो जरा भी नहीं डरे लेकिन सपेरा लगातार डरने लगा था।
सबके सामने खोल दिया सपेरे का झूठ
मुरलीवाले हौसला ने बताया कि इसमें से कोई भी सांप जहरीला नहीं है। ये चारो सांप और विषखोपड़ा ये खुद अपने साथ लेकर आए थे और चुपके से अपनी बीन बजाने के दौरान उन्होंने इन सांपों को छोड़ दिया था। मुरलीवाले हौसला ने उस मासूम की तस्वीर, जिसकी मौत सांप काटने से हुई थी, दिखाते हुए बताया कि इस बच्चे की मौत कोबरा के जहर से हुई है। वो कोबरा अभी भी यहीं कहीं आस-पास में छिपा होगा। आपने लोगों को धोखा दिया है। उन्होंने इस दौरान सपेरे के एक सांप जिसके सिर में बाल उगे हुए थे उसे भी दिखाया और बताया कि किसी भी सांप के सिर पर बाल नहीं उगते हैं। उन्होंने जब सपेरे से पूछा कि आपने क्या इस सांप के सिर पर बाल चिपकाए हैं तो उसने इस बात को माना। मुरलीवाले हौसला ने बताया कि विषखोपड़ा सिर्फ उसका नाम है इसमें किसी भी तरह का कोई विष नहीं पाया जाता है। ऐसे ही इन चारों सांपों में भी किसी तरह का कोई भी विष नहीं पाया जाता है। इसके बाद उन्होंने सपेरे से पैसे वापस लिए उसमें से 3 हजार रुपए पीड़ित परिवार के मुखिया को और 400 रुपए अपने पास और मिलाकर उस सपेरे को 2400 रुपए दिए और उसके सांपों को अपने साथ जंगल में छोड़ने के लिए ले गए।
Advertisement
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 11 July 2025 at 16:28 IST