अपडेटेड 25 December 2024 at 16:56 IST
Saurabh Sharma: अनुकंपा से हुई नियुक्ति... 52 किलो सोना और 100 करोड़ की लेनदेन वाले सौरभ शर्मा का खुला काला चिट्ठा
MP में लोकायुक्त की रेड में बड़ा खुलासा हुआ है। सौरभ शर्मा की अनुकंपा से नियुक्ति के लिए फर्जी दस्तावेज लगाए गए। इसके साथ ही करोड़ों कैश और सोना बरामद हुए।
- भारत
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भोपाल में पिछले 3 दिनों से अलग-अलग जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। एक कार्रवाई इनकम टैक्स विभाग के द्वारा कुछ बिल्डरों पर की गई है, जिनके पास से बहुत सारी बेनामी संपत्ति की जानकारी मिली है। हैरानी की बात ये है कि इसमें कुछ वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। वहीं दूसरी लोकायुक्त पुलिस द्वारा भी कार्रवाई की गई, जो आरटीओ के एक सेवानिवृत हो चुके कर्मचारी सौरभ शर्मा पर की गई थी। सूत्रों की मानें तो ये दोनों कार्रवाई आपस में लिंक हैं। वहीं लोकायुक्त की कार्रवाई में बड़ा खुलासा हुआ है।
दरअसल, काली कमाई के कुबेर सौरभ शर्मा ने दस्तावेजों में बड़ा फर्जीवाड़ा किया था ताकि उन्हें परिवहन विभाग में अनुकंपा से नियुक्ति मिल सके। ऐसा करने के लिए नियमों को दरकिनार कर और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने ये नौकरी पाई थी। सौरभ की मां उमा शर्मा ने फर्जी शपथ पत्र प्रस्तुत किया था। सौरभ की मां ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए दिए गए शपथपत्र में जानकारी दी थी कि बड़े बेटे की नौकरी शासकीय नहीं है, जबकि सच्चाई ये है कि सौरभ का भाई छत्तीसगढ़ में सरकारी पद पर पदस्थ है।
CMHO की अनुशंसा का भी फर्जी पत्र लगाया
मध्यप्रदेश के नियम के मुताबिक अगर परिवार में कोई सरकारी नौकरी में है, तो परिवार के अन्य सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल सकती है। इतना ही नहीं CMHO की अनुशंसा का भी फर्जी पत्र नौकरी पाने के लिए लगाया गया। गुरुवार रात लगभग 1:30 बजे आयकर विभाग की टीम ने एक लावारिस इनोवा क्रिस्टा को जप्त किया।
गाड़ी से 52 किलो सोना बरामद
इस कार के अंदर से 52 किलो सोना बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि एक खाली पड़े प्लॉट पर यह इनोवा क्रिस्टा लावारिस खड़ी थी, जिसकी सूचना आयकर विभाग को मिली और उसी के आधार पर छापेमारी कार्रवाई की गई। भोपाल के नजदीक मंडोरी गांव में आयकर विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर सोना जब्त किया और अब इस बात की तस्दीक की जा रही है कि यह इनोवा क्रिस्टा किसकी है और यह सोना किसका है। सोने की कीमत लगभग 42 करोड़ रुपए बताई जा रही है, जबकि 10 करोड़ कैश भी जब्त किया गया है।
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सौरभ शर्मा के करीबी की है ये कार!
सूत्रों की मानें तो लोकायुक्त की रेड में जिस रिटायर्ड आरटीओ कर्मचारी का नाम सामने आया था, उसका नाम सौरभ शर्मा है। और उसी से जुड़े एक शख्स चंदन सिंह की ये गाड़ी बताई जा रही है। जांच एजेंसी अब इस गाड़ी और इस सोने के मालिक की तलाश में जुटी हुई है।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 25 December 2024 at 16:56 IST