अपडेटेड 29 August 2021 at 15:44 IST

स्कूलों को खोले जाने पर मेदांता के चेयरमैन नरेश त्रेहन ने जताई चिंता, बोले- 'बच्चे बीमार पड़े तो देखभाल के लिए नहीं अच्छी सुविधा'

मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ त्रेहन का कहना है कि जब बच्चों को कोविड वैक्सीन की डोज लगेंगी, तब उनकी सुरक्षा बहुत बढ़ जाएगी।

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PIC Credit- Pixabay/ANI/PTI | Image: self

आने वाले दिनों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की संभावना के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देशभर के कई राज्यों में एक सितंबर से स्कूलों को फिर से खोला जा रहा है। बहुत से लोग इस फैसले से सहमत हैं तो कुछ लोग फैसले से नाखुश भी हैं। इस बीच स्कूलों को खोले जाने को लेकर मेदांता अस्पताल के चेयरमैन नरेश त्रेहन ने चिंता जाहिर की है। डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा कि यदि बच्चे बीमार पड़े तो देखभाल के लिए अच्छी सुविधाएं नहीं है।

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मेदांता के अध्यक्ष डॉ नरेश त्रेहान ने कहा, 'भारत में बच्चों का टीकाकरण नहीं हो रहा है। यदि बड़ी तादाद में बच्चे बीमार पड़ जाते हैं तो हमारे पास उनकी देखभाल के लिए अच्छी सुविधाएं नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि हमारी जनसंख्या के आकार को देखते हुए हमें सतर्क रहना चाहिए। तथ्य यह है कि अब वैक्सीन मिलना मुश्किल नहीं है।

डॉ नरेश त्रेहन ने आगे कहा, 'क्या ऐसा होगा कि हम और कुछ महीनों के लिए धैर्य रखें। एक टीका आए, बच्चे टीकाकरण करवाएं और फिर स्कूल जाएं या हम स्कूल खोलने की जल्दी में हैं, किस कारण से मुझे नहीं पता? हम किन परिस्थितियों में स्कूलों को फिर से खोलते हैं, इस बारे में अत्यधिक सावधानी बरती जानी चाहिए।'

मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ त्रेहन का कहना है कि जब बच्चों को कोविड वैक्सीन की डोज लगेंगी, तब उनकी सुरक्षा बहुत बढ़ जाएगी। उनकी सुरक्षा बढ़ाने के बाद धीरे-धीरे स्कूल खोले जाएं। जैसे-जैसे बच्चों को वैक्सीन की डोज लगेगी उसके बाद वे स्कूल जा सकते हैं।

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इससे पहले इससे पहले मेदांता अस्पताल के चेयरमैन नरेश त्रेहन ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर भी अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि देश में कोरोना की तीसरी लहर आने के बाद उस पर नियंत्रण में रखा जा सकता है, अगर हम अनुशासन में रहें तो। हमें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।'

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गौरतलब है कि हाल ही में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) ने प्रधानमंत्री कार्यालय को चेताया था। एनआईडीएम ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपनी एक हालिया रिपोर्ट में अक्टूबर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के पीक की चेतावनी दी थी। हालांकि बावजूद इसके देश के कई हिस्सों में एक सितंबर से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है।

Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 29 August 2021 at 15:30 IST