अपडेटेड 16 October 2025 at 13:32 IST

अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा भारत? ट्रंप के दावे पर विदेश मंत्रालय की आई प्रतिक्रिया, जानिए MEA ने क्या कहा?

India Responds To Trump's Claim: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के रूस का तेल ना खरीदने वाले दावे पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया सामने आई है। मंत्रालय ने साफ किया कि भारत के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता अपने नागरिकों के हितों की रक्षा है। हमारी तेल आयात नीति इसको ध्यान में रखकर बनाई जाती है।

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MEA on Donald Trump claim
MEA on Donald Trump claim | Image: Republic
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MEA on Donald Trump claim: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को लेकर कोई न कोई दावा करते रहते हैं। वो भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का क्रेडिट ना जाने कितनी बार खुद को दे चुके हैं, जबकि भारत ने इन दावों को सिरे से खारिज किया। अब डोनाल्ड ट्रंप ने नए बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अच्छा दोस्त बताया और दावा किया कि उन्हें आश्वस्त किया गया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे पर भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया सामने आई है। मंत्रालय ने साफ किया कि भारत के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता अपने नागरिकों के हितों की रक्षा है। हमारी तेल आयात नीति इसको ध्यान में रखकर बनाई जाती है।

विदेश मंत्रालय की ओर से ना तो ट्रंप के दावे का सीधे तौर पर खंडन किया गया, ना ही इसे सही बताया गया। मंत्रालय ने कहा है कि भारत अपनी ऊर्जा नीति खुद तय करता है। MEA ने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ ऊर्जा सहयोग को लेकर बातचीत जारी है।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा? 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेल खरीदने को लेकर किए गए दावे के बाद विदेश मंत्रालय ने इस पर एक बयान जारी किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बयान में कहा, "भारत तेल और गैस का एक महत्वपूर्ण आयातक है। अस्थिर वैश्विक ऊर्जा बाजार में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना हमारी निरंतर प्राथमिकता रही है। हमारी आयात नीतियां पूरी तरह इसी उद्देश्य से काम करती हैं।

बयान में आगे कहा, “स्थिर ऊर्जा कीमतों और सुरक्षित आपूर्ति को सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दो अहम लक्ष्य रहे हैं। हम अपने ऊर्जा स्रोतों का विस्तार कर रहे हैं और बाजार को देखते हुए कई बदलाव भी कर रहे हैं। जहां तक अमेरिका का संबंध है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। वर्तमान प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चा जारी है।”

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ट्रंप ने क्या दावा किया? 

इससे पहले ओवल ऑफिस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके अच्छे दोस्त हैं और दोनों के बीच शानदार संबंध हैं। आगे उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही रूस से तेल की खरीद बंद कर देगा। वह इसे तुरंत नहीं कर सकते। यह एक छोटी सी प्रक्रिया है, लेकिन यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी। 

ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्हें यह पसंद नहीं आया था कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीद रहा था। लेकिन अब मोदी ने उन्हें व्यक्तिगत आश्वासन दिया है कि यह सिलसिला अब समाप्त हो जाएगा। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि "यह एक बड़ा कदम है।" उन्होंने उम्मीद जताई कि इसी तरह चीन को भी रूस से दूरी बनाने के लिए प्रेरित किया जाए। ट्रंप के अनुसार, यह कदम न केवल अमेरिका के हितों को मजबूत करेगा, बल्कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में भी मददगार साबित होगा।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 16 October 2025 at 13:32 IST