अपडेटेड 28 February 2025 at 19:21 IST
Ramadan: मौलाना रशीद फरंगी महली कर रहे चांद का दीदार,जानिए कब से शुरू होगा रमजान; जारी की खास एडवाइजरी
रमजान को लेकर सूबे का पुलिस महकमा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट मोड पर है। रमजान से पहले सूबे के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की गई है।
- भारत
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When Started Ramadan: रमजान शुरु होने से पहले आज जुमे की नमाज अता की गई। मरकजी चांद कमेटी में रमजान का चांद देखा गया। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली के नेतृत्व में मरकजी चांद कमेटी ऐशबाग में चांद देखा जा रहा है। अगर आज चांद दिखाई देता है तो रमजान एक मार्च से शुरू होगा। नहीं तो रोजे 2 मार्च से शुरू होंगे। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इसके पहले रमजान को लेकर लोगों से अपील की है कि रमजान शुरू होने के बाद सहरी के वक्त सुबह बेवजह शोर-शराबा न करें और आसपास का खयाल रखें। नमाज के लिए आए लोगों की गाड़ियों की पार्किंग को लेकर भी उन्होंने अपील की है कि ये सब व्यवस्थित तरीके से खड़ी की जाएं ताकि कोई व्यवस्था खराब न हो।
रमजान को लेकर सूबे का पुलिस महकमा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट मोड पर है। रमजान से पहले सूबे के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की गई है। ये एडवाइजरी इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने जारी की है। इस एडवाइजरी के मुताबिक मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुस्लिम समाज से अपील की है कि वो शांतिपूर्वक इस एडवाइजरी का पालन करें। रमजान में इबादत करने के साथ इस एडवाइजरी में देश की सलामती भाईचारे के लिए दुआ की अपील की गई है।
रमजान के लिए जारी की गई खास एडवाइजरी
लखनऊ के इमाम ईदगाह और इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शांति पूर्वक रमजान करने के मद्देनजर एक विशेष एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में बताया गया है कि रमजान के दौरान मस्जिदों से बार-बार ऐलान करने से बचने और मोहल्ले के लोगों को परेशान न करने की हिदायत दी गई है। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि रमजानुल मुबारक इस्लाम का सबसे पवित्र महीना है और इस दौरान मुसलमानों को इबादत में मशगूल रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजा हर समझदार और बालिग मुसलमान मर्द और औरत पर फर्ज है।
रमजान के लिए जारी की गई एडवाइजरी में क्या संदेश
- रमजान में रोजा रखना फर्ज है और इसे पूरे एहतराम के साथ अदा किया जाए
- इफ्तार सही वक्त पर किया जाए, वक्त से पहले रोजा खोलने से रोजा खराब हो जाएगा और देरी करने से सवाब कम हो जाएगा
- समाज के हैसियतदार शख्सियतों को इफ्तार पार्टियों का आयोजन करना चाहिए और गरीबों को उसमें शामिल करना चाहिए
- रमजान के पाक महीने में मस्जिदों में भी विशेष इफ्तार का इंतजाम किया जाना चाहिए ताकि गरीबों को इसका फायदा मिले
- रमजान के महीने में तरावीह की नमाज पढ़ना जरूरी है, क्योंकि इसी महीने में कुरान शरीफ नाजिल हुआ था
- सड़कों पर ट्रैफिक से बचने के लिए मस्जिदों की प्रबंधक कमेटी गाड़ियों की पार्किंग का सही इंतजाम करवाएं ताकि सड़क पर जाम न लगे
- सेहरी करना सुन्नत है लेकिन इसके लिए हर वक्त बार-बार ऐलान करने से बचा जाए ताकि किसी को परेशानी न हो
- रमजान के पाक महीने में जकात अदा करने वाले लोग अपने माल का ढाई प्रतिशत निकालकर जरूरतमंदों को दान करें
- रमजान के पाक महीने में सफाई का खास ख्याल रखा जाए और मस्जिदों व मोहल्लों के आसपास स्वच्छता बनी रहे
- रमजान के पवित्र महीने में सदका और खैरात का खास एहतमाम किया जाए क्योंकि इसका सवाब सत्तर गुना बढ़ जाता है
- रमजान के महीने में रोजेदार इफ्तार और सेहरी के वक्त अपने घरवालों, देश और मिल्लत की सलामती के लिए दुआ करें
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि रमजान सिर्फ भूखे रहने का नाम नहीं है, बल्कि अल्लाह की इबादत करने, गरीबों की मदद करने और समाज में अमन और भाईचारे का पैगाम देने का महीना है।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 28 February 2025 at 19:21 IST